शिमला, 05 सितंबर (Udaipur Kiran) । चंबा जिला के भरमौर में मणिमहेश यात्रा के दौरान भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में फंसे श्रद्धालुओं को निकालने के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाया गया बड़ा बचाव अभियान अब रंग ला रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की सीधी निगरानी और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के नेतृत्व में चल रहे इस राहत एवं बचाव कार्य के तहत 24 घंटे के भीतर 1166 श्रद्धालुओं को सुरक्षित भरमौर से चंबा लाया गया है।
हेलीकॉप्टर और सड़क दोनों रास्तों से हुआ रेस्क्यू
शुक्रवार को वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की 12 उड़ानों के माध्यम से 524 यात्रियों को एयरलिफ्ट कर भरमौर से चंबा पहुंचाया गया। इसके अलावा तीन शवों को भी हवाई मार्ग से चंबा लाया गया। इससे पहले बुधवार को भी सात हेलीकॉप्टर उड़ानों के माध्यम से 35 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया था।
इसी दिन 607 श्रद्धालुओं को सड़क मार्ग से चंबा लाया गया। रास्ते में कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त थीं, जिससे श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। लेकिन प्रशासन ने उनके लिए सुरक्षा बलों की तैनाती, भोजन, पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाओं का पूरा प्रबंध किया।
चंबा पहुंचने पर निःशुल्क बस सुविधा
सभी श्रद्धालुओं को चंबा पहुंचने के बाद देर रात एचआरटीसी की 13 बसों के माध्यम से नूरपुर और पठानकोट तक निःशुल्क भेजा गया। इस पूरे अभियान में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी खुद भरमौर में डटे रहे और पल-पल की स्थिति का जायज़ा लेते हुए राहत कार्यों का नेतृत्व किया।
सीएम सुक्खू कर रहे हैं लगातार निगरानी
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कुल्लू में मीडिया से बातचीत के दौरान इस अभियान की जानकारी साझा की और कहा कि वह हर पल इस राहत कार्य की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है ताकि किसी भी श्रद्धालु की जान को खतरा न हो और उन्हें जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के नेतृत्व की सराहना की और साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होमगार्ड, जिला प्रशासन चंबा, अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, स्वयंसेवी संस्थाएं और एनजीओ के अथक प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।
सभी श्रद्धालुओं के लिए हरसंभव सहायता
सरकार ने स्पष्ट किया है कि हर श्रद्धालु को सुरक्षित निकालना और उन्हें गंतव्य तक पहुंचाना प्राथमिकता है। भरमौर में हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और बचाव दल दिन-रात काम कर रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
