
जम्मू, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) श्रीनगर ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में अपनी स्थिति में सुधार करते हुए इंजीनियरिंग श्रेणी में 73वां स्थान हासिल किया है। पिछले वर्ष संस्थान को 79वां स्थान प्राप्त हुआ था। वहीं, ओवरऑल कैटेगरी में एनआईटी श्रीनगर ने 101–150 बैंड में अपनी स्थिति बरकरार रखी है। एनआईआरएफ 2024-25 चक्र के लिए आंकड़े पूर्व अध्यक्ष प्रो. नजीब-उद-दीन और पूर्व नोडल अधिकारी डॉ. हरवीर सिंह पाली की देखरेख में तैयार और प्रस्तुत किए गए।
एनआईटी श्रीनगर के निदेशक प्रो. बिनोद कुमार कन्नौजिया ने इस उपलब्धि को संस्थान की बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, रैंकिंग मंज़िल नहीं, पड़ाव हैं। हर कदम हमें यह अहसास दिलाता है कि हमारे प्रयासों को पहचाना जा रहा है—कक्षाओं से प्रयोगशालाओं तक, स्थानीय सहयोग से वैश्विक नेटवर्क तक। यह उपलब्धि हर छात्र, शोधकर्ता और स्टाफ सदस्य की है। उन्होंने यह भी कहा कि रैंकिंग में सुधार उत्साहजनक है, लेकिन इसे बनाए रखना और आगे बढ़ाना बड़ी चुनौती होगी, जिसके लिए शोध, अकादमिक और राष्ट्रीय दृश्यता पर निरंतर ध्यान देना होगा।
संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने इस उपलब्धि को गर्व का क्षण बताते हुए सभी विभागों को बधाई दी और समर्पण के साथ काम जारी रखने का आह्वान किया। एनआईआरएफ के अध्यक्ष प्रो. बाबर अहमद ने कहा कि यह उपलब्धि शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ के बीच प्रभावी तालमेल का परिणाम है। वहीं, एनआईआरएफ कोऑर्डिनेटर डॉ. विजय कुमार ने डेटा संकलन और प्रस्तुति में योगदान देने वाले सहयोगियों का आभार जताया और इसे टीमवर्क का नतीजा बताया।
एनआईआरएफ 2025 की घोषणा गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली में की गई। यह इसकी 10वीं वार्षिक रैंकिंग है, जिसे वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। इसमें शिक्षण, शोध, ग्रेजुएशन आउटकम, आउटरीच और धारणा जैसे मानकों के आधार पर उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन किया जाता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
