Uttar Pradesh

राज्यपाल ने अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में प्रदान की 8507 उपाधियां

उपाधि प्रदान करती राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

लखनऊ, 04 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में गुरूवार को अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ का प्रथम दीक्षांत समारोह भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर राज्यपाल ने कुल 8507 उपाधियां प्रदान कीं, जिनमें से 6150 उपाधियां छात्राओं को प्राप्त हुईं। यह कुल संख्या का लगभग 72 प्रतिशत है, जबकि मात्र 28 प्रतिशत छात्र ही इस उपलब्धि में सहभागी हो सके। समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 73 छात्र-छात्राओं को स्वर्ण एवं रजत पदक प्रदान किए गए, जिनमें से 60 पदकधारी छात्राएं रहीं। इस अवसर पर राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से 300 आंगनबाड़ी केंद्रों को किट भी प्रदान कीं।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होना उनके लिए विशेष हर्ष का विषय है, क्योंकि उन्हें स्वयं अटल जी से जनप्रतिनिधि के दायित्व, कार्यकुशलता और जनता के प्रति मर्यादित व्यवहार का अमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।

आनंदीबेन पटेल ने कहा कि यदि भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के प्रति जागरूक करना आवश्यक है। इस अवसर पर शिक्षकों की भी सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को आकार देने में उनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों के लिए होम्योपैथी में प्रभावी दवाएं उपलब्ध हैं, इसलिए आयुष, एलोपैथी और होम्योपैथी विभागों के सहयोग से एक समग्र दवा-किट तैयार कर आंगनबाड़ी केंद्रों को उपलब्ध कराई जाए, जिससे बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिल सके।

राज्यपाल ने आगे कहा कि मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाली बेटियों की सुरक्षा और सम्मान पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। कुलपति और अध्यापकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी प्रकार से उनका शोषण न हो। उन्होंने यह भी कहा कि शैक्षणिक सत्र के बीच में फीस वृद्धि नहीं की जानी चाहिए, क्योंकि अनेक गरीब परिवार अपनी भूमि बेचकर अपने बच्चों को मेडिकल शिक्षा दिलाते हैं और बीच में फीस बढ़ने से उन्हें गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट निर्माण और अधोसंरचना की सराहना करते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय परिसर में एक चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना एवं संचालन किया जाए, ताकि यहां चिकित्सा शिक्षा और अधिक सुदृढ़ हो सके।

डॉक्टरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा में संवेदनशीलता, मानवता और सेवाभाव को सर्वाेपरि रखना चाहिए। कोई भी मरीज किसी भी परिस्थिति में आए, उसकी सेवा करना ही डॉक्टर का प्रथम कर्तव्य है और इस जिम्मेदारी से कभी पीछे नहीं हटना चाहिए।

इस अवसर पर सभी उपाधियों और अंकपत्रों को डिजिलॉकर में अपलोड किया गया। विश्वविद्यालय की पुस्तकों का विमोचन किया गया तथा विभिन्न विद्यालयों की प्रतियोगिताओं में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उपहार एवं पुरस्कार प्रदान किए गए।

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने संबोधन में अधिक उपाधि एवं पदक प्राप्त करने पर छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। उपमुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय में सेंट्रल लाइब्रेरी की स्थापना तथा शोध को प्रोत्साहित करने वाले कार्य किए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में एक नया चिकित्सा शिक्षा महाविद्यालय स्थापित किया जाएगा।

राज्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मयंकेश्वर शरण सिंह तथा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ0 संजीव मिश्रा ने भी विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों पर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

इस अवसर पर जिला प्रशासन के अधिकारी, विश्वविद्यालय के समस्त संकायाध्यक्ष, कार्यपरिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, आमंत्रित अतिथिगण, शिक्षकगण, विद्यार्थी, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियाँ, विद्यालयों के स्कूली बच्चे तथा अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।————

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

Most Popular

To Top