कोलकाता, 04 सितंबर (Udaipur Kiran) । गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) ने मर्लिनहॉक एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक टीमिंग एग्रीमेंट पर गुरुवार काे हस्ताक्षर किए हैं। इस करार का उद्देश्य भारतीय नौसेना के लिए कोलकाता स्थित जीआरएसई शिपयार्ड में बन रहे युद्धपोतों में इस्तेमाल होने वाले कॉम्पोजिट डोर और हैच का डिजाइन, विकास और निर्माण करना है।
मर्लिनहॉक एयरोस्पेस को एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में विशेष दक्षता के लिए जाना जाता है। यह कंपनी हाई-एंड कॉम्पोजिट मैटेरियल का उपयोग करके डिजाइन, प्रोटोटाइप और मैन्युफैक्चरिंग समाधान उपलब्ध कराती है। समझौते के तहत दोनों कंपनियां संयुक्त रूप से कॉम्पोजिट डोर और हैच के डिजाइन, परीक्षण, निर्माण और इंटीग्रेशन पर काम करेंगी, जिससे भारतीय नौसेना के आधुनिकीकरण अभियान को मजबूती मिलेगी।
इस पहल का मुख्य लक्ष्य पारंपरिक स्टील डोर और हैच की जगह कॉम्पोजिट सामग्री से बने हल्के, टिकाऊ और आधुनिक विकल्पों को विकसित करना है। इसमें लॉकिंग मैकेनिज्म और अन्य संबंधित पुर्जों का निर्माण भी शामिल है।
देश की अग्रणी शिपबिल्डिंग कंपनी और कॉम्पोजिट स्ट्रक्चर निर्माण में अग्रणी मर्लिनहॉक एयरोस्पेस के इस सहयोग से रक्षा उत्पादन में कम से कम 50 प्रतिशत स्वदेशीकरण हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। यह परियोजना ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को और आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।————————
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
