CRIME

सेवानिवृत मरीन इंजीनियर से 1.86 करोड़ का फ्रॉड : शातिरों ने शेयर बाजार में इंवेस्ट के नाम पर बनाया ठगी का श्किार

jodhpur

जोधपुर, 04 सितम्बर (Udaipur Kiran) । शहर के कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार में रहने वाले सेवानिवृत मरीन इंजीनियर को शातिरों ने अपनी ठगी का शिकार बनाते हुए 1 करोड़ 86 लाख की ठगी कर डाली। उन्हें शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट के नाम पर ठगा गया। ठगी का खेल पिछले डेढ़ माह से ज्यादा समय तक चला आखिरकार रकम डूब गई। अब उनकी तरफ से प्रतापनगर थाने में रिपोर्ट दी गई है।

मामले के अनुसार कमला नेहरू नगर प्रथम विस्तार में रहने वाले 75 वर्षीय मनोहर लाल मौसलपुरी ने रिपोर्ट दी है। उन्होंने बताया कि वे मरीन इंजीनियर थे तथा अभी रिटायर हो चुका हूं। 1 जुलाई को फोन पर इन्वेस्टमेंट नॉलेज से एक लिंक आया था। मैंने उसे पर मार्केट के लिए इस लिंक के साथ जुड़ गया, उसका एडमिन मुकेश शर्मा है। जिस पर उसने टीचिंग शुरू किया। यह सब व्हाट्सएप पर ही हो रहा था। 8 जुलाई को वह शेयर बाजार पर शेयर खरीदने की टिप्स देने लगा साथ में शाम को टीचिंग भी करता था। वह अपने आप को क्यों कालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर का चीफ बताया तथा वेबसाइट कैंटिलन कैप का चीफ बताया।

उसने बताया कि वह कैंटिलन कैप के साथ ट्रेडिंग करता है। हर रोज शाम को टीचिंग भी करता था। 15 जुलाई को उसकी टीचिंग अच्छी लगी तब यह समाचार उसको व्हाट्सएप पर लिखा ग्रुप में काफी लोग जुड़े हुए थे और वे भी जुड़ गए। 18 जुलाई 2025 को उसने बताया कि ऑफेंस एंड डिफेंस नाम की किताब लिखी उसका 24 अगस्त 2025 को मुंबई में विमोचन होगा तथा उसका फोटो भी व्हाट्सएप ग्रुप पर आया तथा अपने आप को यूएसए से पीएचडी किया हुआ बताया।

उसने यह भी बताया कि भारत में सुबह 9 बजे से 9.15 बजे तक शेयर खरीदना तथा 9. 15 बजे से 9. 30 बजे तक बेच देना तथा अमेरिका के लिए शाम को 6 बजे से 6. 30 बजे तक खरीदना और 6. 30 से 7 बजे तक बेचना शेयर खरीदने के टिप्स दिए थे।

21 जुलाई 2025 को उसने शेयर मार्केट में काम शुरू करना शुरू किया। 22 जुलाई 25 को अपनी असिस्टेंट मिस आर्या का इंट्रोड्यूस कराया, उसने कैंटिलन कैप जो सॉफ्टवेयर है कैसे डाउनलोड किया जाता है और उसको चलाने का तरीका व्हाट्सएप पर बताया। व्हाट्सएप पर कैसे अकाउंट खोलना कैसे रुपए जमा करना तथा निकालना तथा शेयर खरीदना और बेचना सब बताया। फिर मेरे को व्हाट्सएप पर लिंक के द्वारा कैंटिलन कप का सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया लेकिन मुझे पता नहीं होने के कारण उसे मदद मांगी। उसने सॉफ्टवेयर के अंदर मेरा खाता खोला और मेरा खाता नंबर भी आया उसके लिए मैंने ड्राइविंग लाइसेंस को अपलोड करा 23 जुलाई 25 को आर्य ने सेबी का सर्टिफिकेट व इंग्लैंड का शेयर बाजार का सर्टिफिकेट भेजा। सभी को देखकर मैने भी शेयर खरीदने का मन बना लिया था और फिर मैंने पहले ट्रांजैक्शन 23 जुलाई को मैंने फोन पे द्वारा पहली बार में 70 हजार ट्रांसफर किया।

कुछ दिनों तक चले इस खेल में मेरे उस ट्रेडिंग अकाउंट 2.94 करोड़ का हो गया। रुपए निकालने के लिए सोचा तब मैं डेढ़ करोड़ निकालने के लिए आवेदन करा। ऑनलाइन मुझे यह बताया गया 24 घंटे बाद रुपए बैंक में आएगा शनिवार रविवार को छुट्टी थी और फिर 15 अगस्त की छुट्टी थी।

बैंक से पता चला की रुपए आए नहीं साथी शेयर खरीदने का काम सुबह शाम चल रहा था। फिर 19 अगस्त 25 को डेढ़ करोड़ रुपये और निकालने के लिए अप्लाई करा इस प्रकार 2.5 करोड रुपए निकालने लगा। ऑनलाइन इस समय मेरा बैलेंस उसे अकाउंट में 3.1658953 करोड़ था 19 अगस्त 25 को जब रुपए मेरे अकाउंट में नहीं ट्रांसफर करें तब मैंने आर्या को समाचार किया तो उसने उसका जवाब आया इनकम का सोर्स ज्यादा है। इस कारण आपको 15 टैक्स देना पड़ेगा मिस आर्य ने 15 टैक्स के हिसाब से 41.66090 लाख जमा करवाने पर ही आपको रुपए मिलेगा। तब आर्या को कहा कि मेरे पास इतनी रकम नहीं है तो उसने 20 लाख रूपए जमा कराने को कहा। पीडि़त मरीन इंजीनियर ने अपनी बेटी, बेटी दामाद सहित अन्य रिश्तेदारों का सहयोग लेकर रूपए जमा कराए थे। इस तरह उनके साथ एक करोड़ 86 लाख की ठगी हुई।

(Udaipur Kiran) / सतीश

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