CRIME

अजब गजब : छह वर्षीय बच्चे के प्रेम में बन गया अपहरणकर्ता,बस स्टैंड से किया अपहरण

बच्चे को परिजनों के सुपुर्द कर दुलारते एसएसपी

पुलिस ने महज 24 घंटे में बच्चे को किया बरामद

झांसी, 3 सितंबर (Udaipur Kiran) । पुलिस ने एक ऐसे अजीबो गरीब मामले का खुलासा किया जिसको सुनकर सभी अवाक रह गए। दरअसल बस में सफर के दौरान एक अविवाहित युवक को अपने मां-बाप के साथ खेल रहे छह वर्षीय मासूम से इस कदर लगाव हुआ कि उसने नवाबाद थाना क्षेत्र स्थित बस स्टैंड से बच्चे को किडनैप करके अपने साथ ले गया। बच्चे के गायब होने पर मां ने रोते हुए हुए थाने में शिकायत की, मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर खोजबीन शुरू की और 24 घंटे के अंदर बुधवार को आरोपी नितेश कुमार निवासी कानपुर देहात को आरटीओ के पास से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से बच्चे को बरामद कर मासूम को उसके परिजन को सौंप दिया। बच्चे की सकुशल बरामदगी से परिजनों के चेहरे पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बच्चे के पिता ने खुश होते एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति को धन्यवाद ज्ञापित किया।

बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 1 सितम्बर की रात उन्नाव जिले बदलू पुरवा निवासी सुमित्रा ने थाना नवाबाद को सूचना देते हुए बताया था कि वह अपने तीन बच्चों के साथ गुजरात से उन्नाव जा रही थी। झांसी बस स्टेंड पर देर रात वह उन्नाव जाने वाली बस का इंतजार कर रही थी। तभी उसका 6 वर्षीय बच्चा गुम हो गया। सूचना दर्ज कर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। इधर मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी ने स्वाट, सर्विलांस और नवाबाद पुलिस को बच्चे की सकुशल बरामदगी करने के निर्देश दिए थे।

पुलिस टीमों ने घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए घटना स्थल से सीसीटीवी फुटेज आदि चेक करते हुए कार्यवाही शुरू की। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जानकारी हुई कि बच्चा गुम नहीं बल्कि उसका अपहरण हुआ है। पुलिस ने तत्काल घटना का अनावरण करने का प्रयास करते हुए सीसीटीवी फुटेज में आए बच्चे को ले जाने वाले युवक की तलाश शुरू कर दी। पुलिस आज बच्चे को अपहरण कर ले जाने वाले युवक को बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार कर उसके चंगुल से अपहृत बच्चे को बरामद कर लिया। पुलिस के मुताबिक बच्चे का अपहरण आरोपी आरटीओ कार्यालय के पास निवासी नीतीश कुमार ने उसका पालन पोषण करने के लिए किया था। नीतेश ने पुलिस को बताया कि उसने बच्चे की मासूमियत पर भावुक होकर उसे पालने का निर्णय किया था। लेकिन उसे मालूम था कि उसे बच्चा मांगने पर नहीं मिलेगा। इसलिए उसे चुपके से ले गया था। पुलिस ने आरोपी को जेल भेजते हुए बच्चे को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।

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(Udaipur Kiran) / महेश पटैरिया

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