
सोफिया (बुल्गारिया), 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के विमान को बुल्गारिया के ऊपर उड़ान के दौरान जीपीएस सिग्नल जैमिंग का सामना करना पड़ा, जिसे अधिकारियों ने रूस की ओर से किए गए संभावित हस्तक्षेप के रूप में देखा है।
यूरोपीय आयोग की प्रवक्ता एरियाना पोदेस्ता ने सोमवार को बताया कि विमान सुरक्षित रूप से प्लोवदीव हवाई अड्डे पर उतरा और वॉन डेर लेयेन अपनी पूर्वी यूरोपीय संघ सदस्य देशों की निर्धारित यात्रा जारी रखेंगी।
प्रवक्ता ने कहा, “हमें बुल्गारियाई अधिकारियों से जानकारी मिली है कि यह हस्तक्षेप रूस की जानबूझकर की गई कार्रवाई का नतीजा हो सकता है। हम पुष्टि कर सकते हैं कि जीपीएस जैमिंग हुई थी।”
यह घटना उन कई मामलों में से एक है, जिनमें रूस पर जीपीएस सैटेलाइट नेविगेशन में इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप के आरोप लगे हैं। पिछले कुछ महीनों से रूस की सीमा से सटे देश फिनलैंड, लातविया, लिथुआनिया और एस्टोनिया बार-बार ऐसे हस्तक्षेप की चेतावनी देते रहे हैं, जिससे उड़ानों, जहाजों और ड्रोन पर असर पड़ रहा है।
बुल्गारियाई प्रशासन ने बताया कि वारसॉ से प्लोवदीव की उड़ान के दौरान विमान का जीपीएस सिग्नल बाधित हो गया। लैंडिंग के समय सिग्नल पूरी तरह से गायब हो गया, जिसके बाद पायलटों को वैकल्पिक नेविगेशन सिस्टम का उपयोग करने का निर्देश दिया गया।
वॉन डेर लेयेन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन पर हमले की कड़ी आलोचक मानी जाती हैं। वे चार दिन की यात्रा पर हैं, जिसमें लिथुआनिया, फिनलैंड, एस्टोनिया, लातविया, पोलैंड, रोमानिया और बुल्गारिया शामिल हैं।
प्रवक्ता पोदेस्ता ने कहा, “यह घटना इस मिशन की अहमियत को और स्पष्ट करती है, जिसका उद्देश्य फ्रंटलाइन सदस्य देशों में बढ़ते खतरों का जायजा लेना है।” उन्होंने आगे कहा कि इस घटना के बाद यूरोपीय संघ रक्षा खर्च और यूरोप की सुरक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने पर निवेश बढ़ाएगा।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
