
उरई, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने सोमवार को पिया निरंजनपुर स्थित गौशाला का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान गौशाला प्रबंधन में पाई गई गंभीर लापरवाही और अनियमितताओं पर जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से पंचायत सहायक की सेवा समाप्त कर दी।
बता दें कि सोमवार को गौशाला निरीक्षण के दौरान गौशाला का भूसा घर पूरी तरह से खाली पाया गया, जो पशुओं के चारे की व्यवस्था में गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। पूरा गौशाला परिसर कीचड़ और गंदगी से भरा हुआ था, जिससे पशुओं के स्वास्थ्य को खतरा था। गौशाला के रखरखाव और प्रबंधन से संबंधित अभिलेखों में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। गौशाला की देखरेख के लिए जिम्मेदार पंचायत सहायक की लापरवाही के चलते उसकी सेवाएं तत्काल समाप्त करने के आदेश दिए गए। खंड विकास अधिकारी के शिथिल पर्यवेक्षण के लिए उनके सेवा रिकॉर्ड में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के निर्देश दिए गए वहीं, गौशाला प्रबंधन में लापरवाही बरतने के आरोप में ग्राम प्रधान के खिलाफ यूपी पंचायत राज अधिनियम की धारा 95-J के तहत कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया गया।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने स्पष्ट किया कि गौशाला में पशुओं के लिए भूसा, हरा चारा और चोकर की उपलब्धता हर हाल में समय से सुनिश्चित की जाए। साथ ही, सभी अभिलेखों को नियमित और अद्यतन रखने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि समय पर भूसा की मांग न करने जैसी लापरवाही और उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही, उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि गौशाला परिसर में निर्माणाधीन ‘चरही’ (पशु आश्रय) के कार्य को तेज गति से पूरा कराया जाए। इसके लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाकर समयबद्ध तरीके से निर्माण कार्य पूरा कराने को कहा गया।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा
