
मीरजापुर, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । भक्ति, शिक्षा और सेवा… तीनों का संगम सोमवार को संकट मोचन मंदिर में दिखा। अवसर था विशाल भंडारे का, लेकिन इस बार कुछ अलग था। भक्त सिर्फ प्रसाद ही नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायी संदेश भी लेकर लौटे- “सब पढ़ें, सब बढ़ें।”
मंदिर परिसर में सजे गणेश जी के पंडाल को देखकर हर कोई दंग रह गया। पंडाल में किताबें, ब्लैकबोर्ड और शिक्षा से जुड़े प्रतीक सजाए गए थे। भक्तों का कहना था कि ऐसा पहला अवसर है जब मंदिर से शिक्षा का इतना सशक्त संदेश दिया गया हो।
सुबह से तैयारियां, शाम को उमड़ा जनसैलाब
सुबह से ही मंदिर परिसर में तैयारियां शुरू हो गई थीं। फूलों की सजावट, दीयों की रोशनी और भक्ति गीतों की गूंज से वातावरण पावन हो उठा। महंत योगेन्द्र नाथ तिवारी ने श्रद्धापूर्वक हनुमान जी और गणेश जी को भोग अर्पित किया। जैसे ही अपराह्न 4 बजे भंडारे का शुभारंभ हुआ, भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, हर कोई पंक्तिबद्ध होकर प्रसाद ग्रहण करने पहुंचा। देर शाम तक मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहा। “गणपति बप्पा मोरया” और “जय बजरंगबली” के नारों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
गणमान्य लोग भी हुए शामिल
कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी, अधिवक्ता अंकित तिवारी, समाजसेवी आमोद माली, शिक्षाविद् विभव उपाध्याय और व्यापारी अजय मोदनवाल की उपस्थिति ने आयोजन को और खास बना दिया। सभी ने एक स्वर में शिक्षा और भक्ति को जोड़ने की पहल की सराहना की।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
