
कोलकाता, 1 सितंबर (Udaipur Kiran) । नदिया के कृष्णनगर में 19 वर्षीय छात्रा ईशिता की सनसनीखेज हत्या के मुख्य आरोपित देशराज सिंह को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। गिरफ्तारी के बाद सामने आई जानकारी से पता चला है कि देशराज ने पूरी साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया और उसके बाद फरार होकर अयोध्या पहुंचा। वहां से नेपाल भागने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस ने आखिरकार उसे उत्तर प्रदेश-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास दबोच लिया।
कृष्णनगर पुलिस जिला के एसपी अमरनाथ ने सोमवार को बताया कि हत्या से पहले आरोपित ने बाकायदा ‘रेकी’ की थी। सोशल मीडिया पर पिस्तौल की तस्वीरें डालकर उसने ईशिता को डराने की कोशिश की और यहां तक कि ‘डेड बॉडी सून’ लिखकर धमकी भी दी थी। छह-सात महीने पहले ईशिता और देशराज का रिश्ता टूट गया था, लेकिन आरोपित इस फैसले को मानने को तैयार नहीं था। इसी प्रतिशोध की भावना में उसने 25 अगस्त को कृष्णनगर के पालपाड़ा इलाके में छात्रा के घर में घुसकर तीन गोलियां दाग दीं। इसके बाद उसने छात्रा की मां पर भी निशाना साधा, लेकिन गोली न चलने से वह बच गईं।
हत्या के तुरंत बाद देशराज ने अपने पिता को फोन किया। पुलिस को संदेह है कि बीएसएफ में कार्यरत उसके पिता ने उसे छिपने में मदद की। वारदात के बाद आरोपित नैहाटी से हावड़ा पहुंचा और वहां से दून एक्सप्रेस पकड़कर अयोध्या गया। उसका अगला लक्ष्य नेपाल में शरण लेना था।
देशराज की गिरफ्तारी में उसके मामा कुलदीप सिंह की भूमिका अहम साबित हुई। कुलदीप को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले। उसे छिपाने में मामा ने ही मदद की थी। इन्हीं जानकारियों के आधार पर रविवार देर रात उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के नौतनवा-बरियापासा अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्ट के पास से देशराज को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अब देशराज के पिता की भूमिका की भी जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपित ने हत्या और फरारी दोनों का पूरा ‘एस्केप प्लान’ पहले से तैयार कर रखा था।———————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
