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एनआईटी श्रीनगर ने उत्साह के साथ राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया, मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि दी

राशटरीय खेल दिवस समाराेह में भाग लेते छातर आर अनय्

श्रीनगर, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) श्रीनगर ने शुक्रवार को एक शपथ समारोह और कई खेल गतिविधियों के साथ राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया। इस अवसर पर देश भर के संस्थानों ने हॉकी के दिग्गज मेजर ध्यानचंद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

यह कार्यक्रम छात्र गतिविधि एवं खेल (एसएएस) केंद्र द्वारा आयोजित किया गया था और इसमें छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, फिटनेस और खेल भावना के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि के लिए एक फिटनेस शपथ ली गई।

राष्ट्रीय खेल दिवस हर साल 29 अगस्त को मेजर ध्यानचंद के सम्मान में मनाया जाता है जिन्हें सर्वकालिक महान हॉकी खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। हॉकी के जादूगर के रूप में विख्यात ध्यानचंद के बेजोड़ कौशल और खेल भावना ने भारत को गौरव दिलाया जिसमें 1928, 1932 और 1936 में तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक शामिल हैं। यह दिन दैनिक जीवन में खेल और फिटनेस के महत्व को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश में मनाया जाता है।

इस अवसर पर एनआईटी श्रीनगर के रजिस्ट्रार प्रो. अतीकुर रहमान ने कहा कि संस्थान में राष्ट्रीय खेल दिवस का आयोजन छात्र जीवन में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि खेल न केवल युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास और लचीलापन पैदा करते हैं बल्कि उन्हें एकता और नेतृत्व भी सिखाते हैं। इस दिन को मनाना हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि देने का हमारा तरीका है जिनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। प्रो. रहमान ने कहा कि भारतीय खेलों में मेजर ध्यानचंद का योगदान अद्वितीय है और हम सभी के लिए एक प्रेरणास्रोत है।

डीन छात्र कल्याण (डीएसडब्ल्यू), प्रो. आबिद बजाज ने व्यक्तित्व निर्माण में खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। एसएएस के प्रभारी संकाय डॉ. मनोज ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र परिसर में खेल संस्कृति को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। एसएएस अधिकारी कौसर अली मीर ने कहा कि छात्रों के साथ-साथ संकाय और कर्मचारियों की मज़बूत भागीदारी संस्थान में समावेशी खेल वातावरण को दर्शाती है।

एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. नितिका कुंदन ने राष्ट्र निर्माण में खेलों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि खेल युवाओं में देशभक्ति, एकता और साहस का संचार करते हैं। एनएसएस समन्वयक डॉ. प्रमोद कुमार यादव ने कहा कि यह कार्यक्रम एनआईटी श्रीनगर की समग्र छात्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

विस्तारित समारोहों के एक भाग के रूप में एनआईटी श्रीनगर ने 31 अगस्त तक कई गतिविधियों की योजना बनाई है। इनमें खेल वाद-विवाद, फिटनेस जागरूकता वार्ताएँ और खो-खो, कबड्डी, पिट्ठू और रस्सी कूद जैसे इनडोर और देशी खेलों की प्रतियोगिताएँ शामिल हैं। संस्थान योग सत्र, साइकिलिंग कार्यक्रम और ओलंपिक तथा पैरालंपिक मूल्यों पर संवादात्मक सम्मेलनों का भी आयोजन करेगा।

इस वर्ष के समारोहों की थीम एक घंटा, खेल के मैदान में होगी जो नागरिकों को जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों से निपटने के लिए प्रतिदिन कम से कम 60 मिनट शारीरिक गतिविधि के लिए समर्पित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

(Udaipur Kiran) / अमरीक सिंह

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