Maharashtra

महाराष्ट्र में मनोज जारांगे के आंदोलन को लेकर राजनीति गरमाई

मुंबई, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए मराठा नेता मनोज जारांगे पाटिल के मुंबई स्थित आजाद मैदान में शुक्रवार से शुरु आंदोलन को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस आंदोलन को लेकर राज्य के तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश प्रवक्ता नवनाथ बन ने मराठा समाज को आरक्षण न मिलने के लिए महाविकास आघाड़ी सरकार, खासकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार हमेशा मराठा समुदाय के उत्थान के लिए प्रयासरत रही है और उनकी मांगों को पूरा किया है। 2018 में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रहते हुए मराठा समुदाय को दिया गया आरक्षण उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते हुए महाविकास आघाड़ी की सरकार की निष्क्रियता के कारण समाप्त हो गया। मराठा नेता मनोज जारांगे अब ओबीसी कोटे से आरक्षण मांग रहे है, लेकिन महाविकास आघाड़ी के नेता इस विषय को लेकर अपनी भूमिका स्पष्ठ नहीं कर रहे हैं।

शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि मनोज जारांगे पाटिल को आज मुंबई में आकर आंदोलन करना पड़ रहा है, इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है। भाजपा ने छत्रपति शिवाजी महाराज की शपथ लेकर मराठा समाज को आरक्षण देने का वादा किया था, इसे निभाया जाना चाहिए ।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता बन का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार साजिश कर गिरा दी गई थी, वर्ना यह दिन देखना नहीं पड़ता। लेकिन अब विषय मराठा समाज को न्याय देने का है, वर्तमान सरकार को बिना किसी बहानेबाजी के मराठा समाज को न्याय देना चाहिए। इस संबंध में वे क्या कर सकते हैं, वे किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं हैं।

महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सकपाल ने कहा कि मनोज जारांगे के आंदोलन पर सरकार को सहानुभूति पूर्वक विचार करना चाहिए और समाज को न्याय देना चाहिए। इस विषय पर अनायास राजनीति नहीं करनी चाहिए।

उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल के दौरान मराठा समाज का आरक्षण रद्द हो गया था। लेकिन जब हमारी सरकार आई तो हमने मराठा समाज को 10 फीसदी आरक्षण दिया है। वर्तमान सरकार की भूमिका मराठा समाज को न्याय देने की है, लेकिन किसी समाज का आरक्षण निकालकर मराठा समाज को देने की नहीं है। राज्य सरकार मराठा समाज को संभव है, वह देने के लिए तैयार है।

मनोज जारांगे के आंदोलन पर ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष बबनराव तायवाड़े ने कहा कि सरकार ने स्पष्ठ कर दिया है कि मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण नहीं दिया जाएगा। लेकिन वे सरकार के हर क्रियाकलाप पर नजर रखे हुए हैं। अगर सरकार मनोज जारांगे के आंदोलन के दबाव में आकर उनके समाज के विरुद्ध कदम उठाती है, तो उनका समाज भी इसी तरह का आंदोलन करेगा। इसकी तैयारी की जा रही है।

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(Udaipur Kiran) यादव

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