
जोधपुर, 28 अगस्त (Udaipur Kiran) । दक्षिणी कमान के अंतर्गत बैटल एक्स डिवीजन ने कोणार्क कोर के तत्वावधान में जैसलमेर में ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम की सफलतापूर्वक जांच और मान्यता के लिए एक्सरसाइज ड्रोन अस्त्र-।। का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य आधुनिक युद्धक्षेत्र में ड्रोन तकनीक और उसके प्रतिरोधक उपायों की क्षमता का परीक्षण करना था।
अभ्यास के दौरान वास्तविक समय में बैटल स्पेस मैनेजमेंट की कार्यप्रणाली का प्रदर्शन किया गया। बड़े पैमाने पर ड्रोन एवं काउंटर ड्रोन ऑपरेशन्स को अंजाम देते हुए यह अभ्यास भारतीय सेना की बढ़ती तकनीकी दक्षता और आत्मनिर्भरता का सशक्त उदाहरण साबित हुआ। अभ्यास में विभिन्न प्रकार के ड्रोन सिस्टम का संचालन और उनके विरुद्ध प्रतिरोधक उपायों की तैनाती की गई। इस दौरान सेना ने यह सुनिश्चित किया कि हर परिस्थिति में ड्रोन हमलों का सामना करने और उन्हें निष्क्रिय करने की रणनीति प्रभावी ढंग से लागू हो सके।
सैन्य अधिकारियों का कहना है कि भविष्य के युद्धों में ड्रोन तकनीक निर्णायक भूमिका निभाएगी। ऐसे में ड्रोन और काउंटर ड्रोन की समन्वित रणनीति भारतीय सेना को किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाएगी। इस अभ्यास से यह भी स्पष्ट हुआ कि भारतीय सेना अब अत्याधुनिक तकनीक को तेजी से आत्मसात कर रही है और अपनी युद्धक क्षमता में लगातार गुणात्मक वृद्धि कर रही है।————————–
(Udaipur Kiran) / सतीश
