
जबलपुर, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के जबलपुर में मंगलवार को जनसुनवाई में भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेन्द्र सिंह पटेल व संभाग उपाध्यक्ष दामोदर पटेल के नेतृत्व में फर्जी सिकमीनामा के आधार पर पथरिया गांव के 55 किसानों के साथ की गई धोखाधड़ी मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक व जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना से करने के लिए पहुंचे। शहपुरा अनुविभागीय अधिकारी व बेलखेड़ा थाने में 6 दिन पूर्व शिकायत देने के बावजूद कोई कार्यवाही न होने से किसानों ने नाराजगी व्यक्त की। पथरिया के किसान महेंद्र अवस्थी ने बताया कि किसानों की लगभग पांच सौ एकड़ जमीन पर फर्जी सिकमीनामा चढ़ाकर उन्हें पूरे वर्ष के लिए एमएसपी पर फसल बेचने व शासकीय खाद वितरण केंद्रों से खाद लेने से वंचित कर दिया है।
प्रचार प्रमुख राघवेन्द्र सिंह पटेल ने कहा कि एमएसपी किसान का हक है और यह अधिकार छीनने वालों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए। जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर पथरिया गांव के सैकड़ों किसान अपने स्वयं के खर्चे पर न्याय मांगने पुलिस अधीक्षक व कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। किसान संघ के पदाधिकारियों के नेतृत्व में शांतिपूर्ण व अनुशासन के साथ किसानों ने अपनी मांगों से प्रशासन को अवगत कराया और मूंग खरीदी घोटाले व फर्जी पंजीयन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करने का निवेदन किया।
जनसुनवाई में पहुंचे किसान अपनी शिकायत सौ रुपए के स्टाम्प पर लेकर आए और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन लेने नियुक्त अधिकारी मधुर पटेरिया व कलेक्टर कार्यालय में नायब तहसीलदार राजाराम कोल को सौंपी। स्टाम्प पर किसानों ने सामूहिक शपथ पत्र देकर कहा कि उनके द्वारा जो शिकायत में बातें कही गई हैं वह सत्य है और जिनके प्रमाण भी सलंग्न हैं।
किसान संघ के महानगर अध्यक्ष राजकुमार पटेल ने बताया कि कि मूंग उपार्जन केंद्रों पर वेयर हाउस मालिक, समिति प्रबंधक, सर्वेयर व प्रशासनिक अधिकारियों ने व्यापारियों से मिलकर कृषि माफिया का समूह बना लिया है। बिना कृषि माफिया की फीस चुकाए किसान एमएसपी पर फसल ही नहीं बेंच सकता है। पटेल ने कहा कि जिला प्रशासन जिम्मेदार अधिकारियों को बचाने की बजाय उन पर कड़ी कार्यवाही करे। जिससे प्रशासन व सरकार की छबि खराब न हो।
(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
