
‘दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान’ के लिए प्रो. प्रभाशंकर प्रेमी का नाम घोषित
बेंगलूरु, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिंदी रचनाकारों की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था ‘शब्द’ ने वर्ष 2025 के लिए ‘अज्ञेय शब्द सृजन सम्मान’ तथा ‘दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान’ के लिए चयनित नामों की घोषणा कर दी है। इस साल का ‘अज्ञेय शब्द सृजन सम्मान’ हिंदी कवयित्री जसिन्ता केरकेट्टा और ‘दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान’ शिक्षाविद् प्रोफेसर प्रभाशंकर प्रेमी को दिया जाएगा। यह पुरस्कार 28 अगस्त को एक समारोह में प्रदान किये जाएंगे।
सोमवार को ‘शब्द’ संस्था के अध्यक्ष डॉ श्रीनारायण समीर ने एक बयान जारी कर बताया कि इन पुरस्कारों के लिए नामों का चयन हिंदी भाषा और साहित्य विद्वानों की पांच सदस्यीय मूल्यांकन समिति की संस्तुति के आधार पर निर्णायक मंडल ने लिया है। इस निर्णायक मंडल में बाबूलाल गुप्ता, श्रीकांत पाराशर, नलिनी पोपट, डॉ. उषारानी राव तथा डॉ. श्रीनारायण समीर शामिल थे। डॉ. समीर ने बताया कि इस बार 35 प्रविष्टियां आई थीं।
मूल्यांकन समिति की सिफारिश के आधार पर निर्णायक मंडल ने सर्वसम्मति से तय किया है कि इस साल का एक लाख रुपये का ‘अज्ञेय शब्द सृजन सम्मान’ हिंदी कवयित्री जसिन्ता केरकेट्टा को उनके कविता संग्रह ‘प्रेम में पेड़ होना’ के लिए प्रदान किया जाएगा। डॉ. समीर ने बताया कि 25 हजार रुपये का ‘दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान’ शिक्षाविद प्रोफेसर प्रभाशंकर प्रेमी को कर्नाटक में उच्च एवं प्रौढ़ शिक्षा में हिंदी भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय अवदान के लिए प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि आगामी 28 दिसंबर, 2025 को बेंगलुरु में आयोजित होने वाले सारस्वत समारोह में पुरस्कार राशि के साथ पारंपरिक मैसूर पेटा, स्मृति चिह्न, श्रीफल और अंगवस्त्रम् भेंट कर दोनों को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ‘अज्ञेय शब्द सृजन सम्मान’ बेंगलुरु के प्रसिद्ध समाजसेवी और अज्ञेय साहित्य के मर्मज्ञ बाबूलाल गुप्ता के फाउंडेशन के सौजन्य से दिया जाता है। इसी तरह ‘दक्षिण भारत शब्द हिंदी सेवी सम्मान’ बेंगलुरु और चेन्नई से प्रकाशित प्रमुख हिंदी समाचार पत्र समूह ‘दक्षिण भारत राष्ट्रमत’ के सौजन्य से प्रदान किया जाता है।
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(Udaipur Kiran) सक्सेना
