कुआलालंपुर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । मलेशिया ने गाजा में मानवीय संकट से जूझ रहे फिलिस्तीनी नागरिकों की सहायता के लिए अतिरिक्त 100 मिलियन रिंगिट (लगभग 30.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर) देने का ऐलान किया है। यह घोषणा प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कुआलालंपुर के इंडिपेंडेंस स्क्वायर में एक विशेष संबोधन के दौरान की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2023 में मलेशिया ने पहली बार फिलिस्तीन के लिए 100 मिलियन रिंगिट की सहायता घोषित की थी और अब एक बार फिर इतनी ही राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा, “आज मैं घोषणा करता हूं कि मलेशिया एक और 100 मिलियन रिंगिट का योगदान करेगा। इस देश में शांति और स्वतंत्रता है, इसे संजोकर रखें और दुनिया के लिए भी यही संदेश दें।”
अनवर ने अपने संबोधन में गाजा में जारी भुखमरी और मानवीय संकट के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह एक मानव निर्मित आपदा है। उन्होंने कहा, “मदद के तमाम साधन मौजूद हैं, लेकिन जिओनिस्ट ताकतों ने जानबूझकर राहत सामग्री को सीमा पर रोक दिया। लोग भूख से मर रहे हैं, बच्चे तड़प रहे हैं, लेकिन भोजन और दवाएं वहीं पड़ी सड़ रही हैं। यह अमानवीयता नहीं तो और क्या है?”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मलेशिया कभी भी फिलिस्तीनियों को अकेला नहीं छोड़ेगा। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “हम आपके संघर्ष को सलाम करते हैं। मलेशिया और हमारे मित्र देशों का समर्थन हमेशा आपके साथ रहेगा।”
अनवर ने याद किया कि उन्होंने 1983 में अल्जीरिया में आयोजित फिलिस्तीनी मुक्ति संगठन (पीएलओ) सम्मेलन में दिवंगत नेता यासिर अराफात के निमंत्रण पर हिस्सा लिया था और तब से ही इस मुद्दे पर सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि गाजा में हो रही तबाही उपनिवेशवाद का नया रूप है, जिसके खिलाफ मलेशिया हमेशा खड़ा रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान गाजा के लिए विशेष दुआ सभा का आयोजन हुआ। प्रधानमंत्री अनवर ने “सुमुद नुसंतारा कॉन्वॉय” को हरी झंडी दिखाई, जिसमें मलेशिया सहित आठ देशों की भागीदारी है। यह कारवां स्पेन और ट्यूनीशिया से होते हुए ग्लोबल फ्लोटिला में शामिल होगा, जो गाजा तक जाएगा। इसमें 50 से अधिक देशों और दर्जनों जहाजों की भागीदारी होगी।
इस रैली में दसियों हजार मलेशियाई नागरिक शामिल हुए, जिनमें से कई #GazaBangkit लिखे बैनर लिए सफेद कपड़ों में नजर आए, जो फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का प्रतीक है।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
