Delhi

प्रभु राम ने दिल्ली को रामराज्य के मार्ग पर आगे बढ़ाने की दी जिम्मेदारी : रेखा गुप्ता

शालीमार बाग में रामलीला कमेटियों (ए और बी ब्लॉक) के भूमि पूजन कार्यक्रम को संबोधित करती मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

नई दिल्ली, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को कहा कि रामलीलाएं केवल धार्मिक आयोजन नहीं हैं, अपितु इसका हर चरित्र हमें जीवन जीने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री के अनुसार रामराज्य की स्थापना का अर्थ है न्यायपूर्ण, पारदर्शी और जनता के हित में शासन। इसके लिए आसुरी शक्तियों से टकराना ही पड़ता है। उन्हें प्रभु राम ने यह जिम्मेदारी दी है कि दिल्ली को रामराज्य के मार्ग पर आगे बढ़ाऊं। मुख्यमंत्री ने यह विचार आज शालीमार बाग की दो रामलीलाओं (ए और बी ब्लॉक) के भूमि पूजन कार्यक्रम में व्यक्त किए।

मुख्यमंत्री ने इस आयोजन में प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद के लिए कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि प्रभु राम सदैव उन्हें शक्ति और साहस प्रदान करते हैं।

मुख्यमंत्री ने हाल ही में उन पर हुए हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रभु राम का आशीर्वाद और आप सभी का स्नेह मुझे हमेशा सुरक्षित और मजबूत बनाए रखता है। उन्होंने कहा कि रामलीला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि इसका हर चरित्र हमें जीवन जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि रामलीलाओं में हम हर वर्ष जब-जब भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण या माता कैकयी जैसे पात्रों की कथा देखते हैं तो उनसे जीवन के अलग-अलग दायित्वों को निभाने की सीख मिलती है। यही कारण है कि सदियों से देशभर में हजारों रामलीलाएं आयोजित हो रही हैं, ताकि हम अपने जीवन को बेहतर दिशा दे सकें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु राम का आशीर्वाद और दिल्ली की जनता का सहयोग सदैव मेरे साथ रहा है। और यही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। इस भूमि पूजन के साथ ही हम सब मिलकर संकल्प लें कि रामराज्य की परिकल्पना को साकार करेंगे और दिल्ली को प्रेम, शांति और समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष की रामलीलाएं पहले से अधिक भव्य और आकर्षक होंगी, क्योंकि मंचन के लिए होने वाली बाधाओं को दूर कर दिया गया है। पहली बार मंचन के लिए सारी अनुमतियों के लिए जिला स्तर पर डीएम की अगुवाई में सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया। रामलीला मंचन के लिए भूमि की सिक्योरिटी राशि को 20 रुपये वर्गमीटर से घटाकर 15 रुपये वर्गमीटर की गई। एक बड़ा निर्णय यह भी लिया गया है कि रामलीला मंचन के साथ बनने वाले मनोरंजन स्थलों का क्षेत्रफल मिलने वाले कुल क्षेत्रफल का 40 प्रतिशत कर दिया गया। अब रामलीला मंचन के साथ-साथ डांडिया और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे, ताकि यह उत्सव और भी जीवंत बने।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव

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