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नेत्ररोग मुक्त रामदेवरा बना आंदोलन  : बाबा बीज की पूर्वसंध्या पर नेत्रकुम्भ में लगा भक्तों का तांता

नेत्ररोग मुक्त रामदेवरा बना आंदोलन  : बाबा बीज की पूर्वसंध्या पर नेत्रकुम्भ में लगा भक्तों का तांता

जैसलमेर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिले के रामदेवरा कस्बे में सक्षम संस्था द्वारा जाट धर्मशाला के सामने चलाया जा रहा लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ 2025 के चर्चे प्रत्येक जातरू की जुबान पर है। सक्षम द्वारा बाबा के मंदिर के पास स्थापित अस्थायी नेत्रजाँच शिविर, आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से सुसज्जित चलायमान नेत्रजाँच वेन व जगह-जगह स्थापित नेत्रजाँच केन्द्रों के कारण प्रत्येक व्यक्ति अपनी नेत्रजाँच कराने नेत्रकुम्भ पहुँच रहा है।

लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ 2025 रामदेवरा मीडिया प्रभारी विजय अग्रवाल के अनुसार नेत्रकुम्भ की अति आधुनिक ओर फटाफट जाँच की सुविधा के कारण सुबह से ही जातरूओं का आगमन नेत्रकुम्भ परिसर में हो रहा है। सुसज्जित वातानुकूलित सभागार में श्रद्धालुओं के लिये जल-पान की व्यवस्था रखी गयी है जहाँ चाय पीते हुए बाबा के भक्त अपनी थकान उतारते हैं अपनी बारी का शांति से इंतजार करते हैं। कार्यकर्त्ताओं की सुव्यवस्थित प्रबन्ध व्यवस्था के कारण हजारों लोगों की संख्या के बावजूद कहीं भी आपा-धापी या अव्यवस्था नहीं दिखाई देती है।

आज नेत्रकुम्भ परिसर में रामदेवरा, पोकरण, जैसलमेर व क्षेत्र के पत्रकार बन्धुओं को नेत्रकुम्भ की अभी तक कि प्रगति, आगामी दिनों के कार्यक्रम और भविष्य की योजनाओं से अवगत कराने के लिए एक पत्रकार वार्ता का आयोजन रखा गया। पत्रकार वार्ता में सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मन्त्री चन्द्रशेखर, आयोजन समिति के महासचिव खेताराम लीलड़ व नेत्रकुम्भ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश जौहरी उपस्थित थे।

वार्ता को संबोधित करते हुए चन्द्रशेखर ने कहा कि अभी तक जितने भी नेत्रकुम्भ हुए वे कुम्भ के अवसर पर आयोजित हुए हैं लेकिन पहली बार मारवाड़ के महाकुम्भ रामदेवरा मेले में इस महाजाँचशिविर का आयोजन किया गया है। 01 अगस्त से प्रारंभ होकर 02 सितम्बर को सम्पन्न होने वाले इस 33 दिवसीय शिविर में 01 लाख 25 हजार लोगों की नेत्रजाँच, एक लाख को निःशुल्क चश्में ओर 11 हजार सर्जरी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमे से अभी तक 60 हजार लोगों की नेत्रजाँच हो चुकी है और करीब 50 हजार चश्में वितरीत हो चुके हैं। आगामी 10 दिनों में निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया जाएगा। अभीतक 5 हजार लाभार्थियों को ऑपरेशन के लिए चिह्नित किया गया है जिनको उनके मूल निवास के पास के अधिकृत अस्पताल में इलाज किया जाएगा और रोगमुक्त किया जाएगा।

नेत्रदान को बढ़ावा देने, नेत्रदान से जुड़ी भ्रांतियाँ को दूर करने और नेत्रदान के माध्यम से देश मे व्याप्त कोरनियल अंधता के निवारण की दिशा में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की जा सकती है। अभी तक नेत्रदान संकल्प पत्र के रूप में 1100 से अधिक नेत्रदान संकल्प पत्र भराये जा चुके है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश जौहरी ने बताया कि अभी तक की नेत्रजाँच और मरीज़ों की स्वास्थ्य के बारे में आकलन करने से ये निष्कर्ष निकला है कि मरुप्रदेश की शुष्क जलवायु, पानी का अभाव और जनता का मुख्य व्यवसाय खेती होने के कारण सभी की आँखे निरन्तर दूषित ओर क्षतिग्रस्त हो रही हैं। कृषि कार्य करते समय चश्मा न पहनना, लापरवाही के कारण आँखों को ठीक से न धोना ओर कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण स्वास्थ्य के प्रति अनदेखी ये मुख्य कारण हैं जिसका सीधा असर परमात्मा द्वारा दी गयी इंद्रियों में सर्वश्रेष्ठ नेत्रों के रखरखाव पर पड़ता है।

आयोजन समिति के महासचिव खेताराम लीलड़ ने कहा कि इस शिविर के सुचारू संचालन के लिए 200 नेत्ररोग विशेषज्ञ, नेत्रजाँच सहायक ओर चश्में निर्माण के लिए 80 टेक्नीशियन दिन-रात सेवायें दे रहे है। शाम को 6 बजे खत्म होने वाली ओपीडी रात 9 बजे तक संचालित की जा रही हैं। इस पूरे शिविर के संचालन के लिये 340 सक्षम व अन्य सहयोगी संगठनों के सेवाभावी कार्यकर्ता सर्वश्रेष्ठ व्यवस्था के लिए रात-दिन एक किये हुए है। नेत्रकुम्भ के इस महति सेवाकार्य में सहयोग देने के लिए पूरे प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश से सेवाभावी चिकित्सक देशवासियों के नेत्ररोग उन्मूलन की दिशा में सहयोग दे रहे है।

मरुप्रदेश को नेत्ररोग मुक्त करने का संकल्प

पत्रकारों के सवाल पूछने पर चन्द्रशेखर ने बताया कि मरुप्रदेश की इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए सक्षम ये प्रयास करेगा कि इस स्थान पर क्षेत्र की जनता को स्थायी समाधान देने के लिए एक स्थायी नेत्रजाँच सेवा केन्द्र स्थापित किया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को यहीं पर नेत्ररोगों की जाँच की उत्तम सुविधाएँ मिले। स्थायी समाधान न होने तक वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर प्रतिवर्ष क्षेत्र के लोगों को नेत्रकुम्भ महाजाँचशिविर के माध्यम से नेत्रजाँच परामर्श व निदान उपलब्ध कराया जाएगा। आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के सम्पर्क प्रमुख श्याम मनोहर, बाड़मेर विभाग संघचालक अमृतलाल, विभाग कार्यवाह मांगीलाल, विभाग प्रचारक जगदीश, पाथेय कण के प्रधान संपादक ओम प्रकाश, जैसलमेर विधायक छोटू सिंह नेत्रकुम्भ में पधारे ओर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संतोष व्यक्त किया।

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(Udaipur Kiran) / चन्द्रशेखर

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