देहरादून, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय नाथ समाज ने उत्तराखंड की धामी सरकार से मांग की है कि राज्य में गोरखधंधा शब्द को प्रतिबंधित किया जाए।
अखिल भारतीय नाथ समाज के प्रमुख योगी राधे श्यामनाथ ने बताया कि इस आशय का एक पत्र उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रेषित किया गया है।
गोरखधंधा शब्द का मूल, गुरु गोरखनाथ से जुड़ा है, जो एक प्रसिद्ध योगी थे। कहा जाता है कि उनके द्वारा खोजी गई योग की विधियां इतनी जटिल थीं कि लोग भ्रमित हो जाते थे, इसलिए यह शब्द पहले समझने में मुश्किल या जटिल अर्थों में इस्तेमाल होता था। लेकिन समय के साथ, इसका उपयोग नकारात्मक अर्थों में होने लगा और इसे धोखाधड़ी, छल कपट और अनैतिक कार्यों के पर्यायवाची शब्द के रूप में जाना जाने लगा।
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(Udaipur Kiran) / विनोद पोखरियाल
