
–सवाल ऐसे हैं की उत्तर प्रदेश की राजनीति में मचा सकती है बड़ी हलचल
प्रयागराज, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । सपा से निष्कासित कौशाम्बी के चायल विधानसभा क्षेत्र से विधायक पूजा पाल ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को एक पत्र भेजकर गंभीर सवाल का जवाब मांगा है। विधायक ने पत्र के माध्यम से कई ऐसे प्रश्न किया जो उत्तर प्रदेश ही नहीं देश की राजनीति में भूचाल ला सकते हैं।
कहा है कि, प्रयागराज के शहर विधानसभा क्षेत्र से मैंने विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष किया और दो बार जनता ने विधायक चुनकर भेजा। जिसमें समाजवादी पार्टी का कोई सहयोग नहीं था। लेकिन मेरे पति के हत्यारे को पहले की सरकारों द्वारा संरक्षण दिया जाता रहा है। आपके आने के बाद हमें कुछ आपके कार्य व्यवहार से ऐसा आभास हुआ कि अपराधियों के विरूद्ध आप हम जैसे पिछड़े, गरीब लोगों को न्याय दिला सकते हो। इसी कारण मैने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं एवं नेताओं के कहने से पार्टी ज्वाइन कर चुनाव लड़ी और तीसरी बार विधायक बनी। किन्तु जब मैं समाजवादी पार्टी में कार्य करने लगी तो मुझे एहसास होने लगा कि यहां पिछड़े, अति पिछड़े और दलित सब दूसरे दर्जे के नागरिक हैं। पहले दर्जे के नागरिक मुस्लिम ही हैं, वह चाहे जितने बड़े अपराधी हों, उनको सम्मान देना, उनको ताकत देना, उनकी शक्ति बढ़ाना समाजवादी पार्टी की पहली प्राथमिकता है। मैंने बहुत प्रयास किया कि आप हमारे पति के हत्यारों को उनके किये कि सजा दिलायेंगे, लेकिन उत्तरोत्तर प्रयास के बावजूद सिर्फ निराशा ही हाथ लगी।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में चाहे जितना बड़ा अपराधी हो, उसे सजा दी जाती है, ऐसा एहसास हमको होने लगा और जिसका परिणाम हम और सम्पूर्ण प्रदेश वासियों ने देखा, जब मेरे पति के हत्यारे व उनके परिवार वालों को दण्ड मिला तो समाजवादी पार्टी और सैफई परिवार के प्रत्येक सदस्य ने मेरे पति के हत्यारे के पक्ष में सदन से सड़क तक आवाज बुलन्द की। इस कारण मुझे आपकी नीतियों से भरोसा उठ गया।
आप ने अपनी पार्टी से निष्कासित कर दिया है। एक बार मैं यह चाहती हूं कि उत्तर प्रदेश की जनता पिछड़ी,अति पिछड़ी और दलित यह देख तो लेते कि हमको निकाला क्यों गया। कम से कम एक बार मेरे द्वारा पार्टी के भीतर किये गये गुनाहों की जानकारी देते हुए हमारा पक्ष व जवाब भी मांगा जाना चाहिए था और जब मै अपने ऊपर आपके द्वारा लगाए गये आरोपों का जवाब आपको प्रेषित करती तो दोनों पक्षों, आपके निष्कासन के कारण और उस पर हमारा जवाब उत्तर प्रदेश की जनता कम से कम देखती, सुनती तो निर्णय ले पाती। क्या सचमुच आप सम्पूर्ण पीडीए के संरक्षक हो या सिफ पिछड़ों और दलितों को छलने का काम समाजवादी पार्टी कर रही है।
सपा मुखिया को भेजे गए पत्र में विधायक पूजा पाल ने कई ऐसे सवाल उठाया है। वह अति गंभीर है। इससे उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में एक बड़ी राजनीतिक साजिश का पर्दाफाश हो सकता है।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल
