मुंबई, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विकसित महाराष्ट्र 2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विकास प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शक्ति संवाद के माध्यम से महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण पर चर्चा और मंथन किया जा रहा है और इस पर सकारात्मक विचार करने के बाद महिलाओं के समग्र विकास के लिए रणनीतिक निर्णय लिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री फडणवीस शुक्रवार को मुंबई के ट्राईडेंट होटल में राष्ट्रीय महिला आयोग और महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय शक्ति संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पॉश अधिनियम पर एक पुस्तिका का विमोचन किया गया। फडणवीस ने कहा कि सरकार महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। दो दिनों तक शक्ति संवाद के माध्यम से राज्य और देश में महिलाओं की विभिन्न समस्याओं और उनके समाधानों पर चर्चा और मंथन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के स्वप्न को साकार करने के लिए सामाजिक और आर्थिक प्रगति में महिलाओं की भागीदारी आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विकसित अर्थव्यवस्था के लिए लैंगिक समानता महत्वपूर्ण है। भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान के माध्यम से जाति और लिंग भेदभाव को समाप्त किया और सभी को समान अवसर और अधिकार प्रदान किए। महिलाओं की शिक्षा और रोजगार केवल अधिकार ही नहीं, बल्कि आर्थिक परिवर्तन की पहल के लिए आवश्यक हैं। बालिकाओं के सशक्तीकरण और सुरक्षा के लिए शुरू की गई ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ योजना से लेकर महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए ‘लखपति दीदी’ योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। फडणवीस ने विश्वास व्यक्त किया कि एक करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनाया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा ‘केजी से पीजी’ तक की बालिकाओं की शिक्षा नि:शुल्क प्रदान की जा रही है।
कार्यक्रम में विधान परिषद के सभापति प्रो. राम शिंदे, विधानसभा अध्यक्ष एडवोकेट राहुल नार्वेकर, उपसभापति डॉ. नीलम गोरहे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे, सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री मेघना साकोरे-बोर्डीकर, गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) डॉ. पंकज भोयर, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर, विधायक चित्रा वाघ, मनीषा चौधरी, विद्या ठाकुर, सदस्य सचिव नंदिनी आव्हाडे, संयुक्त सचिव राधिका चक्रवर्ती सहित विभिन्न राज्यों के महिला आयोगों की अध्यक्ष, संयुक्त सचिव और सदस्य उपस्थित थीं।
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(Udaipur Kiran) यादव
