विशेषाधिकार हनन समिति की रिपाेर्ट काे लंबित करने पर गुस्साए
चंडीगढ़, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान थानेसर से कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा से बदसलूकी मामले के विरोध में कांग्रेस ने वाकआउट किया। विशेषाधिकार समिति के चेयरमैन मूलचंद शर्मा ने विधायक अशोक अरोड़ा द्वारा विशोषाधिकार भंग करने के मामले को लेकर शुक्रवार को विशेषाधिकार समिति का प्रारंभिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए सदन को अंतिम प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए अगली बैठक तक समय बढ़ाने का प्रस्ताव रखा, जिससे विस अध्यक्ष ने स्वीकार करते हुए समिति को आगामी सत्र में रिपोर्ट प्रस्तुत करने पर सहमति जताई।
विधानसभा अध्यक्ष की सहमति पर कांग्रेस ने विरोध जताते हुए मांग कि चुने हुए प्रतिनिधि के साथ बदसलूकी का मामला गंभीर है, सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए, ताकि चुने हुए प्रतिनिधियों का सम्मान बरकरार रहे।
विस अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह मामला विशेषाधिकार समिति के पास है, समिति की अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर चर्चा होगी। बता दें कि 3 जून को नगर परिषद थानेसर की बैठक के दौरान थानेसर विधायक अशोक अरोड़ा के साथ बदसलूकी की गई थी, जिसकी शिकायत उन्होंने विधानसभा को दी थी। विधानसभा को दी शिकायत में नरेंद्र शर्मा पति पार्षद प्रवीन शर्मा वार्ड नंबर-2, सतीश मदान पति पार्षद निशा मदान वार्ड नंबर-7, सुरेश कुमार पति पार्षद बख्शीश कौर वार्ड नंबर-14 और नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी राजेश कुमार के खिलाफ विशेषाधिकार भंग करने का आरोप लगाया था।
भाजपा की ओर से हारे हुए विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे विधायकों को प्रभारी लगाया है। इसका विरोध जताते हुए हुड्डा ने कहा कि शैडो विधायक बनाना गलत परंपरा है। चुने हुए प्रतिनिधि का सम्मान जरूरी है। साथ ही उन्होंने अशोक अरोड़ा के साथ हुई बदसलूकी का मामला उठाते हुए सवाल किया प्रिविलेज कमेटी में मोशन लागने की जरूरत क्यों पड़ी, जबकि सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए कि विधायक के साथ बदसलूकी बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि मामला विशेषाधिकार समिति के पास है, जो समिति रिपोर्ट देगी, उसके आधार पर कार्रवाई होगी। हालांकि, इतना जरूर है कि वे (पार्षद) भी चुने हुए प्रतिनिधि हैं, वे केवल अपनी पत्नी को छोड़ने हाउस में आए थे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
