
कठुआ 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । राजकीय महाविद्यालय महानपुर में राष्ट्रीय प्रतीक के कानूनी उपयोग पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. मोहिंदर नाथ शर्मा ने प्राचार्य डॉ. संगीता सूदन के मार्गदर्शन में किया।
डॉ. मोहिंदर नाथ शर्मा ने राष्ट्रीय प्रतीक के उपयोग से संबंधित कानूनी प्रावधानों पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को वाहनों, नोटबुक या अनधिकृत स्थानों पर राष्ट्रीय प्रतीक का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए और इसके सम्मानजनक उपयोग के बारे में दूसरों में जागरूकता फैलानी चाहिए। उन्होंने भारत गणराज्य की सत्ता और संप्रभुता के प्रतीक के रूप में राष्ट्रीय प्रतीक के महत्व पर भी प्रकाश डाला। यह राष्ट्र की पहचान, अखंडता और एकता का प्रतिनिधित्व करता है और नागरिकों को न्याय, साहस और धार्मिकता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। चूँकि यह अशोक के सिंह स्तंभ से लिया गया है, इसलिए यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों को भी दर्शाता है। उन्होंने छात्रों के लिए राष्ट्रीय प्रतीक की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और महत्व को दर्शाने वाला एक वीडियो भी दिखाया। लगभग 40 छात्रों ने संकाय सदस्यों के साथ कार्यक्रम में भाग लिया और सक्रिय रूप से बातचीत की। इस अवसर पर संकाय सदस्य डॉ. सपना देवी, डॉ. रूपाली जसरोटिया, प्रोफेसर बिनती शर्मा, लाइब्रेरियन निशा कुमारी, रमेश, किशोरी लाल, मांगो राम, कुलदीप, अनु राधा, सुरिंदर कुमार और अनु राधा उपस्थित थे।
—————
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
