
नारनौल, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) ।नारनौल के खंड अटेली के गांव मिर्जापुर बाछौद में शुक्रवार को कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने कपास व बाजरा की फसल में कीट व अन्य रोगों का सर्वेक्षण किया।
इस संयुक्त सर्वेक्षण टीम में राज्य कृषि विभाग से सहायक पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ हरपाल सिंह, कृषि विकास अधिकारी डॉ सुधीर यादव, फरीदाबाद से रीजनल इंचार्ज एवं उपनिदेशक डॉ वंदना पांडेय, सहायक वनस्पति संरक्षक अधिकारी डा. लक्ष्मीकांत, सहायक वनस्पति संरक्षक अधिकारी डा. सूरज बरनवाल व सहायक वनस्पति संरक्षक अधिकारी डा केपी शर्मा मौजूद रहे।
संयुक्त टीम ने सर्वेक्षण के दौरान पाया कि जिले में फसलों कपास, बाजरा में कीट और अन्य रोगों का प्रभाव आर्थिक हानि स्तर से कम है। उन्होंने किसानों को सलाह दी की लगातार फसल की निगरानी करें तथा फसल के 60 दिन के हो जाने पर 5 प्रतिशत एनएसकेई का छिड़काव करें। फूल अवस्था में 10 प्रतिशत नुकसान की स्थिति (रोजेट फ्लावर) तथा टिंडे विकास की अवस्था में 20 अवस्था में 20 टिंडों में कम से कम दो में गुलाबी सुंडी का बाहरी सुराख हो तो वह आर्थिक हानि स्तर का माना जाएगा।
(Udaipur Kiran) / श्याम सुंदर शुक्ला
