
मुरादाबाद, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । मुरादाबाद जनपद में बाढ़ग्रस्त गांवों में नुकसान का आकलन करने के लिए जिला प्रशासन ने टीमें लगा दी हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व व बाढ़खंड की नोडल अधिकारी ममता मालवीय ने कहा कि जिले में टीमों के द्वारा बनाई जा रही सूची में यदि किसी किसान का नाम छूट जाता है तो वह 25 अगस्त तक जानकारी दे सकते हैं।
मुरादाबाद जनपद में 4-5 अगस्त से जिले में बाढ़ आना शुरू हो गई थी। दो दिन में ही जिले के करीब 67 गांव बाढ़ग्रस्त हो गए थे। अभी भी मुरादाबाद की चारों तहसील में खेती बाढ़ प्रभावित हैं और एक गांव में बाढ़ का कटान हो रहा है। रामगंगा नदी के जलस्तर में भी उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है।
गुरूवार को रामगंगा का जलस्तर गिरावट के साथ 188.450 मीटर दर्ज किया गया था। वहीं शुक्रवार को रामगंगा नदी में जलस्तर फिर थोड़ा सा बढ़ गया। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार आज को जलस्तर 188.60 मीटर दर्ज किया गया। गागन नदी का जलस्तर गुरूवार को 191.20 मीटर था, जो आज 191.05 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि अभी भी नदी के किनारे का कुछ हिस्सा बाढ़ से प्रभावित है। अधिकारियों का कहना है कि शासन के निर्देशानुसार आपदा से फसल की क्षति 33 फीसदी या 33 फीसदी से अधिक होती है, तब ही उसे आपदा के तहत मुआवजा दिया जा सकता है। 25 अगस्त तक किसान बाढ़ से प्रभावित अपनी फसल की जानकारी दे सकते हैं।
एडीएम फाइनेंस ममता मालवीय ने बताया कि टीमें सर्वे कर रही हैं। बाढ़ग्रस्त गांवों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। इसके बाद सूची सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कर दी जाएगी। बाढ़ से प्रभावित यदि किसी किसान का नाम सूची में दर्ज होने से छूट जाएगा तो वह 25 अगस्त तक एसडीएम, तहसीलदार और तहसील स्तर पर बढ़े कंट्रोल रूम में जानकारी दे सकता है।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल
