
नई दिल्ली, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । ‘ऑपरेशन सिंदूर काव्य प्रतियोगिता’ के परिणाम की एचबी पोएट्री ने आज घोषणा की। साहित्य और कला जगत के प्रतिष्ठित लोगों के निर्णायक मंडल ने पहला पुरस्कार दिल्ली के डॉ. ओंकार त्रिपाठी, दूसरा जयपुर के दिव्यांश पॉटर मासूम और तीसरा पुरस्कार दिल्ली की डॉ. अमृता अमृत को दिया। प्रथम पुरस्कार विजेता को 25,000 रुपये, द्वितीय विजेता को 15,000 रुपये और तृतीय विजेता को 11,000 रुपये नगद दिए जाएंगे। यह जानकारी गुरुवार को एचबी पोएट्री के मुख्य आयोजक डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल ने विज्ञप्ति में दी।
डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर काव्य प्रतियोगिता लगभग तीन महीने पहले प्रारंभ हुई। इस प्रतियोगिता में देश के 28 राज्यों से करीब 3500 कवियों ने अपनी रुचि दिखाई। इनमें से 361 कवियों ने सक्रिय रूप से भाग लेकर अपनी रचनात्मकता और साहित्यिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता की विश्वसनीयता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए साहित्य और कला जगत की प्रतिष्ठित विभूतियों को निर्णायक मंडल में शामिल किया गया। इनमें कवि गजेंद्र सिंह सोलंकी, कवि सुदीप भोला और गीतकार चरणजीत सिंह चरण शामिल हुए। इन विद्वानों ने निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद विजेताओं का चयन किया। इस आयोजन में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय का भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
इसके अलावा प्रतियोगिता को और अधिक प्रेरणादायक एवं समावेशी स्वरूप देने के लिए 50 प्रतिभागियों को विशेष पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इनमें गार्गी कौशिक (दिल्ली), राजीव कुमार पांडेय (दिल्ली), मनीष शर्मा (बस्ती, उत्तर प्रदेश), डॉ प्रशान्त जामलिया (सीहोरा, मध्य प्रदेश), उमा विश्वकर्मा (कानपुर,उत्तर प्रदेश), डॉ अशोक सम्राट (दिल्ली), स्नेहलता पांडे (दिल्ली), पुष्पा पोरवाल (फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश), सरिता गुप्ता (दिल्ली), राजकुमार ‘अर्जुन’ (दिल्ली), हरि अग्रवाल (राजस्थान), प्रवेश कुमार (गया, बिहार), शालिनी शर्मा (दिल्ली), अजीत सिंह ग्रामरिक (प्रयागराज, उत्तर प्रदेश), डॉ सुषमा सिंह (कानपुर, उत्तर प्रदेश), शिवकुमार बिलगरामी (दिल्ली), ज्योति (वाराणसी, उत्तर प्रदेश), अनीता जोशी (उत्तराखंड), अंकित शर्मा ‘इषुप्रिय’ (मध्य प्रदेश), देवेंद्र कुमार पांडेय (उत्तर प्रदेश), मनीष शेंडे (उत्तर प्रदेश) डॉ. अशोक कुमार (उत्तर प्रदेश), सुनीता छाबड़ा (उत्तर प्रदेश), मंजू बरनवाल (पश्चिम बंगाल), रोहित रोज (दिल्ली), गुलाब सिंह (उत्तर प्रदेश), सुधा बसोर सौम्या (दिल्ली), कृतिका सैनी (उत्तर प्रदेश), प्राची प्रवीण कुलकर्णी (महाराष्ट्र), कामना मिश्रा (दिल्ली), अंजना जैन (दिल्ली), डॉ. अनुराग शर्मा (उत्तराखंड), पूजा श्रीवास्तव (दिल्ली), डॉ. सुरंगमा यादव (उत्तर प्रदेश), मीना रुंगटा (गुजरात), संजय कुमार गिरि (दिल्ली), नरेन्द्र मस्ताना वर्मा (उत्तर प्रदेश), डॉ. जयप्रकाश मिश्र (दिल्ली), धीरज सारस्वत (उत्तर प्रदेश), आयुष यादव (उत्तर प्रदेश), बृजभूषण प्रसाद (बिहार), स्मृति श्रीवास्तव (हरियाणा), आशा झा (छत्तीसगढ़), अतुल जैन सुराणा (मध्य प्रदेश), कपिल कुमार झा (बिहार), निवेदिता शर्मा (दिल्ली), सुशीला शर्मा (उत्तर प्रदेश), हरीश चंद्र सिंह (दिल्ली), शुभ बरनवाल (दिल्ली) और दीपक राजा (दिल्ली) शामिल रहे।
मुख्य आयोजक डॉ. हरीश चंद्र बर्णवाल ने कहा कि प्रतियोगिता का उद्देश्य नवोदित और स्थापित कवियों को एक साझा मंच प्रदान करना है। यह पहल न केवल नई पीढ़ी को हिंदी साहित्य से जोड़ने का माध्यम बनी, बल्कि युवा और नवोदित कवियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का भी अवसर बनी।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
