
मीरजापुर, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । माँ विंध्यवासिनी धाम में श्री विंध्य पंडा समाज व्यवस्थापिका समिति एवं विंध्य विकास परिषद का चुनाव लंबे समय से न होने पर तीर्थपुरोहितों का आक्रोश गहराता जा रहा है। चुनाव न कराए जाने के विरोध में अब पुरोहितों ने बैनर, पोस्टर और सोशल मीडिया को आंदोलन का हथियार बना लिया है।
पुरोहित समाज का कहना है कि चुनाव न होने से व्यवस्थाओं पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है और उनके अधिकारों की अनदेखी की जा रही है। विंध्यधाम में दर्शन-पूजन कराने वाले तीर्थपुरोहितों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक चुनाव की तिथि घोषित नहीं होती, वे सांकेतिक विरोध जारी रखेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ेगा और चुनाव कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है।
गौरतलब है कि समिति का चुनाव पहले हर दो वर्ष पर होता था, लेकिन पिछला चुनाव आठ वर्ष पूर्व कराया गया था। विगत दिनों तत्कालीन जिलाधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया के तहत 1983 की वोटर लिस्ट के साथ प्रोफार्मा भरने को कहा था। पुरोहितों का कहना है कि लेटेस्ट वोटर लिस्ट पहले ही उपलब्ध कराई जा चुकी है, इसके बावजूद प्रशासन 1983 की वोटर लिस्ट की मांग कर चुनाव टालने की कोशिश कर रहा है।
चुनाव को लेकर बनी इस स्थिति से आने वाले नवरात्र पर्व पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
