
-हरियाणा बनाओ अभियान समिति ने किया ऐलान
चंडीगढ़, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरियाणा बनाओ अभियान समिति ने हरियाणा की अलग राजधानी और हाईकोर्ट की मांग को तेज करते हुए 1 नवंबर को हरियाणा दिवस पर बड़ा सम्मेलन आयोजित करने का ऐलान किया। समिति को 2000 से ज्यादा ग्राम पंचायतों का समर्थन मिला है, जिन्होंने अलग राजधानी के लिए प्रस्ताव पारित किए हैं।हरियाणा बनाओ अभियान समिति ने गुरुवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकारवार्ता के दौरान सर्वदलीय कमेटी गठन की मांग की। हरियाणा के पूर्व मुख्य सचिव एससी चौधरी और भारत सरकार से सेवानिवृत उप सचिव एमएस चोपड़ा ने कहा कि एक नवंबर 1966 को हरियाणा को राज्य का गठन तो किया गया, लेकिन उसे पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिला। हरियाणा और पंजाब की संयुक्त रूप से चंडीगढ़ को राजधानी बनाया गया और हाईकोर्ट भी संयुक्त है। हरियाणा की अलग राजधानी और हाईकोर्ट बननी चाहिए। अलग राजधानी न होना राज्य के विकास में बड़ी बाधक है। राष्ट्रीय राजधानी के साथ लगते हरियाणा के कुछ जिले तो पूरी तरह से विकसित हैं, लेकिन दक्षिणी हरियाणा में अभी भी विकास का अभाव है। एमएस चोपड़ा ने कहा कि हरियाणा के बाद बनने वाले राज्यों की अपनी राजधानी है, लेकिन 59 वर्षों में हरियाणा को अपनी राजधानी नहीं मिल पाई।उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस तरह पंजाब द्वारा मोहाली और न्यू चंडीगढ़ को बसाया गया, वहीं क्रिकेट स्टेडियम और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी है। हरियाणा के पास अपना कोई क्रिकेट स्टेडियम नहीं है और अभी हिसार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बना है, लेकिन उससे अभी पूरी तरह उड़ानों का संचालन नहीं हो सका है।
पद्मश्री और हरियाणवी कलाकार महावीर गुड्डू ने कहा कि हरियाणवी संस्कृति को विदेशों में मान-सम्मान मिल रहा है, जबकि चंडीगढ़ में उनकी संस्कृति की अनदेखी की जा रही है। एनजैडसीसी में हरियाणा का प्रतिनिधित्व नहीं है। आईटीबीपी के पूर्व आईजी ईश्वर दूहन ने कहा कि विश्व के किसी भी देश में कोई राज्य ऐसा नहीं है, जिसकी अपनी राजधानी न हो।
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(Udaipur Kiran) शर्मा
