Bihar

डीएम की अध्यक्षता में रोगी कल्याण समिति की बैठक, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर जोर

बैठक में डीएम व अन्य

नवादा,21 अगस्त (Udaipur Kiran) । डीएम रवि प्रकाश की अध्यक्षता में गुरुवार को समाहरणालय सभाकक्ष में रोगी कल्याण समिति व सदर अस्पताल शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई। बैठक में समिति से जुड़े विभिन्न एजेंडों पर विस्तृत चर्चा की गई तथा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता को सुदृढ़ बनाने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक के दौरान डीपीएम स्वास्थ्य अमित कुमार ने जानकारी दी कि रोगी कल्याण समिति का गठन मूल रूप से इस उद्देश्य से किया गया है कि आम जनता को बिना किसी आर्थिक कठिनाई के उच्च गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाओं की सहज उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। साथ ही, अस्पताल प्रशासन एवं प्रबंधन को मरीजों के प्रति अधिक उत्तरदायी और जवाबदेह बनाया जा सके। समिति की संरचना पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि इसके अध्यक्ष जिला पदाधिकारी तथा उपाध्यक्ष उप विकास आयुक्त होते हैं। सदस्य के रूप में सिविल सर्जन/अधीक्षक या उपाधीक्षक, शहरी निकायों से नामित पार्षद या जिला परिषद सदस्य तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा नामित आठ सामाजिक कार्यकर्ता शामिल किए जाते हैं।

बैठक में एजेंडावार चर्चा के क्रम में डीपीएम स्वास्थ्य ने बताया कि सदर अस्पताल में इलेक्ट्रिशियन एवं प्लम्बर की कमी के कारण बार-बार समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस पर समिति ने निर्णय लिया कि श्रम विभाग द्वारा निर्धारित दर पर दैनिक मजदूरी पर इलेक्ट्रिशियन एवं प्लम्बर की नियुक्ति हेतु सूचना प्रकाशित कर कार्रवाई की जाएगी। इसी प्रकार ममता कार्यकर्ताओं की सेवा अवधि पर विचार करते हुए समिति ने निर्णय लिया कि 60 वर्ष से अधिक आयु के ममता कार्यकर्ताओं को सेवामुक्त कर उनकी जगह नए ममता की प्रतिनियुक्ति की जाएगी।बैठक में पेयजल व्यवस्था पर भी चर्चा की गई। बताया गया कि सदर अस्पताल परिसर में लगे दो चापाकलों में से एक खराब है। समिति ने निर्देश दिया कि खराब चापाकल को तुरंत दुरुस्त कराया जाए तथा आवश्यकता पड़ने पर नगर परिषद के माध्यम से नए चापाकल की स्थापना कराई जाए।

इसके अतिरिक्त बैठक में अस्पतालों में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति एवं सुधार की आवश्यकता, मरीजों को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण दवा व उपचार उपलब्ध कराने की व्यवस्था, आपातकालीन परिस्थितियों में स्वास्थ्य सेवाओं की तत्परता, अस्पताल प्रशासन एवं कर्मियों की जवाबदेही, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उपाय तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी से स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुँचाने की रणनीति जैसे विषयों पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।

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(Udaipur Kiran) / संजय कुमार सुमन

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