रायगंज, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। काशीबाती अवैतनिक प्राइमरी स्कूल में हर दिन पढ़ाई शुरू होने से पहले शिक्षकों को परिसर से शराब की खाली बोतलें, नशे के पैकेट और गंदगी साफ करनी पड़ती है।
स्कूल परिसर में बाउंड्री वॉल नहीं होने के कारण रात होते ही यह जगह नशेबाज़ों का अड्डा बन जाती है। सुबह होते ही स्कूल प्रांगण में शराब की बोतलें, खाने के बचे टुकड़े और यहां तक कि मानव मल-मूत्र भी पड़े रहते हैं। हाल ही में एक छात्र का पैर टूटी बोतल से कट गया था। कुछ समय पहले स्कूल में चोरी की भी कोशिश हुई थी।
स्कूल में कुल 73 बच्चे पढ़ते हैं और पांच शिक्षक-शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। लेकिन पढ़ाई शुरू करने से पहले इन्हीं शिक्षकों को गंदगी और कचरा हटाना पड़ता है। इस वातावरण से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
प्रधान शिक्षिका अल्पना साहा शिखदार ने कहा है कि काफी समय से हमें इस स्थिति में स्कूल चलाना पड़ रहा है। पढ़ाई शुरू करने से पहले साफ-सफाई करनी पड़ती है। टूटी बोतल से छात्रों को चोट भी लगी है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जनवरी में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और कई बार अधिकारियों से बाउंड्री वॉल बनाने की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
स्थानीय पंचायत सदस्य सुब्रत सोम ने भी कहा है कि प्रधान शिक्षिका ने मुझे कई बार स्थिति बताई है। मैंने पंचायत में भी यह मुद्दा उठाया। बच्चों की पढ़ाई और सुरक्षा के लिए तुरंत बाउंड्री वॉल बनाना ज़रूरी है।
एक अभिभावक ने नाराज़गी जताते हुए कहा है कि छोटे-छोटे बच्चे रोज ऐसी गंदगी और शराब की बोतलें देखते हैं। इससे उनके मन पर गलत असर पड़ रहा है। यह स्थिति तुरंत खत्म होनी चाहिए।
उत्तर दिनाजपुर जिला प्राइमरी स्कूल परिषद के चेयरमैन नज़िमुद्दीन अली ने आश्वासन दिया कि पुलिस को सूचना दी गई है और जल्द कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, रायगंज थाने के आईसी विश्वाश्रोय सरकार ने कहा है कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
