
ग्वालियर, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में डबरा में मां ने बेटी के साथ खुद को आग के हवाले कर दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों के शव एक-दूसरे से लिपटे मिले। घटना सिमरियाताल में बुधवार रात की है। जिस समय महिला ने आग लगाई घर पर कोई मौजूद नहीं था। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आज (गुरुवार काे) पाेस्टमार्टम के बाद शव परिजनाें काे साैंपा जाएगा। इधर महिला के परिवारवालों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, सिमरियाताल निवासी मनीषा बघेल पत्नी मनीष बघेल (25) और उसकी तीन साल की बेटी जान्हवी बुधवार को घर पर अकेली थीं। रात के समय मनीषा के घर से आग की लपटें उठती देखकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। किसी तरह आग बुझाई। यहां घर के अंदर भूसे वाले कमरे में उमा उर्फ मनीषा बघेल और उसकी बेटी जान्हवी के शव मिले। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। साथ ही दोनों के शवों को पाेस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पड़ोसियों के मुताबिक, बुधवार सुबह मनीषा का अपने पति मनीष बघेल (30) से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद वह अपनी मां को इलाज के लिए ग्वालियर लेकर चला गया। रात तक वापस नहीं लौटा। रात करीब 10 बजे घर के अंदर से आग की लपटें और धुआं उठते देखा। इस पर गांववालों ने पुलिस को सूचना दी। मनीषा का मायका ग्वालियर के तिघरा के पास स्थित सोंजना गांव में है। चार साल पहले ही उसकी शादी सिमरियाताल निवासी मनीष बघेल से हुई थी। शादी के दो साल बाद एक बेटी जान्हवी का जन्म हुआ था। मनीष पेशे से ड्राइवर है। गांववालों का कहना है कि मनीषा एक दिन पहले ही मायके से ससुराल आई थी।
डबरा एसडीओपी सौरभ सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया घटना स्थल देखकर ऐसा लग रहा है कि महिला द्वारा खुद आग लगाई गई है, लेकिन इसका क्या कारण रहा अभी पता नहीं चला है। गुरुवार यानी आज फोरेंसिक टीम को बुलाकर जांच कराई जाएगी।
पिता ने लगाया आराेप
मनीषा के पिता कप्तान बघेल ने बताया कि कोई बड़ी बात हुई है, तभी बेटी ने यह कदम उठाया। घटना के बाद उसके पति और सास अपने रिश्तेदार के यहां आंतरी भाग गए। उन्होंने कहा कि बेटी और दामाद के बीच आए दिन मारपीट होती थी। 19 अगस्त को भी मारपीट हुई थी। इसके बाद बेटी अपने बड़े जीजाजी भूरे सिंह के यहां ग्वालियर चली गई थी। 20 अगस्त की सुबह मनीष उसे ले आया। पिता ने बताया कि मनीषा की ससुराल में सिर्फ चार लोग थे। मनीष, उसकी मां, मनीषा और बच्ची। मनीष का छोटा भाई पुणे में नौकरी करता है। मनीष कोई काम नहीं करता है, बस कभी-कभी ड्राइवरी करने चला जाता है। ऐसे में छोटा भाई ही घर खर्च चला रहा है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
