
लखनऊ, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए पूर्व सांसद अनिल शुक्ल व कानपुर देहात के दो पूर्व जिलाध्यक्षों मनोज शुक्ल व राजेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पूर्व सांसद अनिल शुक्ल प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति हैं।
अभी हाल ही में अनिल शुक्ल का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसमें वह उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से ब्राह्मणाें की रक्षा करने की बात कर रहे थे। बदलापुर में सड़क निर्माण के विवाद में भाजपा कार्यकर्ता पर मुकदमा दर्ज होने से नाराज महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला अकबरपुर कोतवाली पहुंची थीं और धरने पर बैठ गईं थीं। धरने के दौरान पूर्व सांसद अनिल शुक्ल का फोन पर ब्रजेश पाठक से बात करते हुए वीडियो वायरल हुआ था। उन्होंने शिकायती लहजे में कहा था कि हम राजनीति छोड़ दें या फांसी पर लटक जायें। आप को डिप्टी सीएम इसलिए बनाया गया है कि आप ब्राह्मणों की रक्षा करें। इस वीडियो के बाद भाजपा सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। इसको पार्टी ने गंभीरता से लेते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के निर्देश पर पार्टी के प्रदेश महामंत्री व मुख्यालय प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ल ने पूर्व सांसद अनिल शुक्ल, कानपुर देहात के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज शुक्ल और राजेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। जारी नोटिस में उन्होंने कहा कि आप का वक्तव्य पार्टी के विचारों के प्रतिकूल है। आप का किया गया कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। मुख्यालय प्रभारी गोविन्द नारायण शुक्ल की ओर से इन तीनों नेताओं को जारी पत्र में लिखा है कि अपना स्पष्टीकरण 07 दिन के अन्दर भाजपा प्रदेश कार्यालय में उपलब्ध करायें। समय से स्पष्टीकरण एवं संतोषजनक उत्तर प्राप्त न होने पर पार्टी द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
