
बाड़मेर, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता कर्नल सोनाराम चौधरी का बुधवार देर रात दिल्ली में निधन हो गया। वे अपोलो हॉस्पिटल के पास एक मीटिंग में शामिल होने पहुंचे थे, तभी अचानक सीने में दर्द की शिकायत पर खुद ही अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन किया और उसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद को स्वस्थ बताते हुए एक पोस्ट भी साझा की थी। लेकिन कुछ ही देर बाद रात करीब 11:15 बजे उनका निधन हो गया।
उनकी पार्थिव देह गुरुवार सुबह 11:30 बजे जैसलमेर के उतरलाई एयरबेस लाई जाएगी। इसके बाद बाड़मेर स्थित आवास पर एक घंटे तक अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। बाद में उनके पैतृक गांव मोहनगढ़ में पूरे राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। कर्नल सोनाराम चौधरी चार बार सांसद और एक बार बायतु विधायक रह चुके हैं। 1966 में भारतीय सेना में भर्ती होने के बाद उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में पूर्वी मोर्चे पर उल्लेखनीय योगदान दिया। करीब 25 साल सेवा के बाद वे 1994 में वॉलंटरी रिटायरमेंट लेकर राजनीति में आए। उन्हें राष्ट्रपति द्वारा विश्व सेवा पदक (वीएसएम) से भी सम्मानित किया गया था।
उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर कई चुनाव लड़े और 2023 विधानसभा चुनाव में गुड़ामालानी सीट से प्रत्याशी रहे। राजनीति में रहते हुए वे कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे, जिनमें रक्षा संबंधी स्थायी समिति, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति और लोकसभा की विभिन्न समितियां शामिल हैं।
कर्नल सोनाराम चौधरी के परिवार में उनकी पत्नी विमला चौधरी और पुत्र डॉ. रमन चौधरी हैं। ऑपरेशन के बाद उन्होंने बेटे से बात भी की थी और सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल से मुलाकात की जानकारी भी सोशल मीडिया पर साझा की थी।
उनके निधन से बाड़मेर-जैसलमेर सहित पूरे प्रदेश में गहरा शोक है।
—————
(Udaipur Kiran) / रोहित
