नई दिल्ली, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारत ने चीन के साथ उत्तराखंड के लिपुलेख के जरिए व्यापार पर नेपाल की सीमा संबंधी आपत्तियों को खारिज किया है। भारत ने कहा है कि सीमा विस्तार कृत्रिम दावे कहीं नहीं टिकने वाले।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि लिपुलेख के माध्यम से चीन के साथ भारत का व्यापार 1954 से जारी है। कोविड महामारी और अन्य कारणों से थोड़े समय के लिए यह यह मार्ग बंद था। अब यह मार्ग दोबारा खोला गया है।
भारत ने कहा है कि नेपाल के सीमा संबंधी दावे न्यायोचित नहीं है। यह ऐतिहासिक तथ्यों और साक्ष्यों पर भी आधारित नहीं है। एकतरफा सीमा क्षेत्र विस्तार से जुड़े दावे कहीं नहीं टिकने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि भारत खुले मन से नेपाल के साथ बातचीत और डिप्लोमेसी के माध्यम से सीमा संबंधी विवादों के समाधान सकारात्मक संवाद के लिए हमेशा से तैयार है।
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(Udaipur Kiran) / अनूप शर्मा
