
छात्रों ने लगाया वादाखिलाफी का आरोप, प्रशासन कर रहा बातचीत का प्रयास
हिसार, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन व सरकार पर वादाखिलाफी
का आरोप लगाते हुए विद्यार्थियों ने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है। बुधवार को शुरू
हुए धरने के बाद दिनभर एचएयू में हलचल रही वहीं प्रशासन व विश्वविद्यालय के अधिकारी
मामले को निपटाने के प्रयास में रहे लेकिन शाम को विद्यार्थियों ने अनशन पर बैठने का
ऐलान कर दिया।
हकृवि के विद्यार्थियों ने पिछले दिनों चार नंबर गेट पर सभा करके आंदोलन करने
की घोषणा की थी। उन्होंने 20 अगस्त का दिन आंदोलन के लिए निर्धारित किया था, जिसे सिरे
चढ़ाते हुए छात्र सुबह हकृवि के चार नंबर गेट पर पहुंच गए। उनके साथ कई अन्य संगठन
भी आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे। दिन में प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने उनसे बातचीत
करके मामले का हल निकालने की बात कही लेकिन सिरे नहीं चढ़ी। इसी बीच शाम को छात्रों
ने अनशन पर बैठने का ऐलान कर डाला।
विद्यार्थियों के आंदोलन पार्ट-2 के पहले दिन छह छात्र अनशन पर बैठे। इन छात्रों
में दीपांशु, आशु ठाकुर, मोहित, राहुल, योगेश व अजय कालीरामना शामिल है। छात्रों का
कहना है कि उनसे वादाखिलाफी हुई है। जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वे आंदोलन पर रहेंगे।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में स्टाइफंड बंद करनेे व एलडीवी सीटें घटाने के
विरोध में मई माह से ही विद्यार्थी अपना विरोध दर्ज करवा रहे थे। यह विरोध प्रदर्शन
व आंदोलन उस समय और उग्र हो गया जब 10 जून को विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारियों
व कर्मचारियों से दिन में हल्की झड़प हुई और रात को विवाद उस समय और गहरा गया जब दोनों
पक्षों की झड़प के दौरान कुछ छात्रों को चोटें आ गई।
दोनों पक्षों ने करवाए केस दर्ज
झड़प के दौरान कई छात्रों को चोटें आई, जिस पर पुलिस ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार
डॉ. पवन कुमार, प्रो. राधेश्याम, तत्कालीन सीएसओ सुखबीर सहित कईयों पर केस दर्ज किया
था। इस मामले में प्रो. राधेश्याम को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इसके अलावा सुरक्षा
कर्मचारियों ने छात्रों पर मारपीट करने व चोटें मारने का आरोप लगाते हुए उन पर केस
दर्ज करवाया। इस मामले में कई छात्रों पर केस दर्ज है। उधर, जिला प्रशासन ने गुरुवार को विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री के आगमन को
देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। विश्वविद्यालय में तीन पुलिस कंपनियां तैनात
की गई हैं, जिनमें एक महिला पुलिस कंपनी भी शामिल है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
