
मंडी, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल की लाइफ लाइन दो मुख्य राष्ट्रीय उच्च मार्ग चंडीगढ़ से मनाली और पठानकोट से मंडी लगातार बंद होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। दोनों प्रमुख मार्ग पिछले दो महीने से लगातार भूस्खलन की मार झेल रहे हैं जिससे जहां सेब बागबानी की कमर टूट कर रह गई हैं वहीं लोगों को रोज बसों से सफर करने में परेशानी आ रही है। बुधवार सुबह पठानकोट से मंडी सड़क पर लबांडी में सड़क बैठ जाने से वाहनों की रफ्तार थम गई है। यहां वैकल्पिक मार्ग से वाहन भेजे जा रहे हैं जिससे दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।
उधर चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को यातायात के लिए अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया गया है लेकिन यहां भी रोज भूस्खलन की बजह से स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। मंगलवार रात फिर से पंडोह से पनारसा के बीच विभिन्न स्थानों पर बीती रात को लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई थी। सुबह होते ही एनएचएआई की मशीनरी ने तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करते हुए मलबा हटाने का काम शुरू किया। हालांकि बीच-बीच में फिर से कुछ स्थानों पर मलबा गिरा और इस कारण हाईवे को बहाल करने में समय लग गया। लेकिन आज दोपहर करीब डेढ़ बजे इसे यातायात के लिए अस्थाई तौर पर बहाल कर दिया गया है।
वहीं, दूसरी तरफ मंडी से कुल्लू वाया कटौला सड़क अभी भी कन्नौज के पास बंद है। यहां भी सड़क धंस गई है जिस कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। बता दें कि इस हाईवे पर मंडी से पनारसा तक सफर काफी जोखिमपूर्ण हो गया है। इस बार ज्यादा खतरा पंडोह से लेकर पनारसा के बीच में है। दयोड़, जोगणी मोड, दवाड़ा, रैंशनाला, शनि मंदिर और कुछ अन्य स्थानों पर बार-बार सड़क धंसने और लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं पेश आ रही हैं। दयोड के पास तो स्थिति यह है कि यहां हाईवे लगातार धंस रहा है। उसे बार-बार ठीक करना पड़ रहा है और फिर इसे बहाल करना पड़ रहा है। कुछ वाहन भी यहां फंस रहे हैं जिन्हें मशीन की मदद से निकाला जा रहा है। बुधवार को एक निजी बस यहां खराब हो गई जिसे मशीन की मदद से साइड किया गया।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
