
शिमला, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को विधानसभा में बताया कि सरकारी विभागों के बैंकों में कई खाते वर्षों से नॉन ऑपरेटिव पड़े हैं। इन खातों में बड़ी राशि जमा है, जिसका उपयोग नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी विभागीय सचिवों को निर्देश दिए हैं कि इन खातों को तुरंत सक्रिय किया जाए ताकि यह राशि जनता और विकास कार्यों में इस्तेमाल हो सके।
मुख्यमंत्री प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया के सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस विषय पर राज्य सरकार ने बैंकों के अधिकारियों के साथ दो बार बैठक की है। उन्होंने जानकारी दी कि सरकार को बैंकों में पड़ी फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) से 500 करोड़ रुपये ब्याज के रूप में प्राप्त हुए हैं।
इस पर भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने सवाल उठाया कि जिन विभागों की एफडी थी, क्या उस राशि का उपयोग उन्हीं विभागों में किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी विभाग ट्रेजरी के अधीन होते हैं और जरूरत पड़ने पर संबंधित विभाग को बजट जारी किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पूछा कि इतने लंबे समय तक खाते नॉन ऑपरेटिव क्यों रहे और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी या नहीं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का पैसा उन्हीं बैंकों में जमा किया जाता है जहां ब्याज दर अधिक होती है और इसी कारण सरकार को बड़ी राशि ब्याज के रूप में मिली है।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
