शिमला, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । चम्बा जिला के भरमौर विधानसभा क्षेत्र के एक अनाथ आश्रम में पढ़ रही बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और अमानवीय व्यवहार का मामला बुधवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में गूंजा। भरमौर के विधायक डॉ. जनक राज ने शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए सरकार से न केवल दोषियों के खिलाफ बल्कि मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की मांग की।
विधायक ने कहा कि इस गंभीर घटना की चर्चा पूरे इलाके में थी, ऐसे में संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी न होना गंभीर लापरवाही है। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत उन्होंने पहले जिला उपायुक्त और क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों से की थी, लेकिन त्वरित कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री से भी हस्तक्षेप की मांग करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को सरकार ने “चिल्ड्रन ऑफ स्टेट” का दर्जा दिया है, लेकिन उनकी सुरक्षा में ही गंभीर चूक सामने आई है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मामले पर जवाब देते हुए कहा कि जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत एडीजीपी को निर्देश जारी किए। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता से संपर्क साधा और उसकी शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की। मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम सुक्खू ने कहा कि यह संवेदनशील और गंभीर मामला है, जिसमें सरकार कठोरतम कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह गोपनीय मामला है और यदि विधायक को किसी तरह की विस्तृत जानकारी चाहिए तो पुलिस अधिकारी उन्हें व्यक्तिगत रूप से उपलब्ध करा देंगे।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
