
-मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका को अनुपस्थित चिकित्सकों का स्पष्टीकरण एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश-ओपीडी कक्ष में टोकन जनरेशन मशीन एवं प्रतीक्षा नम्बर डिस्प्ले मशीन को लगवाने के दिए निर्देश
प्रयागराज, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बुधवार को तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली) का औचक निरीक्षण किया। वहां मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया एवं चिकित्सालय की सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की जानकारी लेते हुए सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया, जिसमें डॉ. आर.सी. त्रिपाठी सर्जन, डॉ. अभिषेक मिश्रा निश्चेतक, डॉ. मनीषा अग्रवाल दंत चिकित्सक, डॉ.सैनी तिवारी निश्चेतक, डॉ. विमलेन्दु शेखर चर्मरोग विशेषज्ञ, डॉ. सुरेश सिंह पैथालॉजिस्ट एवं डॉ. मनीष कुमार मिश्रा माइक्रो बायोलॉजिस्ट अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका को अनुपस्थित चिकित्सकों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। डॉ. अभिषेक मिश्रा जनवरी 2025 से बिना किसी पूर्व सूचना के लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं, के विरूद्ध कार्रवाई हेतु शासन को पत्रालेख प्रेषित किए जाने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पहुंचकर आज ओपीडी में कितने रजिस्ट्रेशन हुए, की जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि आज सुबह 09ः20 बजे तक 456 रजिस्ट्रेशन हुए हैं, प्रायः लगभग 2000 से 2200 तक प्रतिदिन ओपीडी होती है। उन्होंने विशेषकर प्रत्येक ओपीडी कक्ष में टोकन जनरेशन मशीन एवं प्रतीक्षा नम्बर डिस्प्ले मशीन को लगवाने हेतु कहा। जिलाधिकारी ने चिकित्सालय परिसर में वाहनों को व्यवस्थित ढंग से पार्किंंग कराये जाने के निर्देश दिए हैं।जिलाधिकारी ने प्रत्येक ओपीडी कक्ष का भ्रमण कर निरीक्षण किया और ओपीडी में चिकित्सकों से उनके अनुभव एवं पैरामेडिकल स्टॉफ से उनकी शैक्षिक योग्यता व कब से कार्य कर रहे हैं, के बारे में जानकारी लेते हुए उपलब्ध दवाओं, बायोमेडिकल वेस्ट के मैनेजमेंट, साफ-सफाई की व्यवस्था एवं वहां आने वाले मरीज किस प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हैं, के बारे में पूछा। ओपीडी निरीक्षण के दौरान चर्मरोग विशेषज्ञ डॉ. पीके सिंह ने बताया कि जनपद के मेडिकल स्टोरों पर बिना परामर्श के स्टेरॉयड दवाएं बेची जाती हैं। जिससे लोगों को चर्म सम्बंधित रोग होते हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने सम्बंधित ड्रग इंस्पेक्टर को बिना परामर्श के स्टेरॉयड बेचने वाले मेडिकल स्टोरों पर छापेमारी करने एवं ऐसे मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस भी रद्द किए जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले मरीजों में खुजली एवं चर्मरोग की बीमारी के बारे में पूछे जाने पर चर्मरोग चिकित्सक ने बताया कि ऐसी कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका को चिकित्सक एवं कर्मचारियों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित करने एवं मरीजों की कोई भी जांच बाहर से न कराने व चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवा नहीं लिखे जाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के अन्तर्गत जेनरिक मेडिकल स्टोर को शुरू किए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही कराये जाने के भी निर्देश दिए हैं।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
