
किश्तवाड़, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । किश्तवाड़ जिले के चिसोती गांव में अचानक बाढ़ आ गई जिससे भारी तबाही हुई। इस आपदा ने कई लोगों की जान ले ली। उस दिन दोपहर 12:30 बजे के आसपास बाढ़ ने गांव को अपनी चपेट में ले लिया जो मचैल माता यात्रा के मार्ग पर स्थित है जहां हजारों तीर्थयात्री मौजूद थे। अचानक आई बाढ़ में घर, दुकानें और यहां तक कि एक सामुदायिक रसोईघर (लंगर) भी बह गया।
60 से अधिक लोगों की जान चली गई, 100 से अधिक घायल हो गए और 20 से अधिक लापता हो गए। जैसे ही डीआईजी डीकेआर रेंज श्रीधर पाटिल आईपीएस को सूचना मिली वे बिना किसी देरी के तुरंत चिसोटी गांव पहुंचे और स्थानीय पुलिस को प्राथमिकता के आधार पर बचाव कार्य शुरू करने का निर्देश दिया। 14 अगस्त से डीआईजी श्रीधर पाटिल लगातार चिसोती में डेरा डाले हुए हैं त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से दिन-रात राहत और बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
प्रयासों के समन्वय के साथ-साथ वह शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख साझा कर रहे हैं और उन लोगों को समर्थन दे रहे हैं जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
