वॉशिंगटन, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन में संभावित शांति समझौते को लागू करने के लिए अमेरिका अपने सैनिक नहीं भेजेगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों को सुरक्षा व्यवस्था में अग्रणी भूमिका निभानी होगी और अमेरिका अन्य तरीकों से कीव की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग करेगा।
फॉक्स न्यूज़ को दिए एक साक्षात्कार में जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या भविष्य में अमेरिकी सैनिक यूक्रेन की सीमाओं की रक्षा करेंगे, तो उन्होंने कहा, “आपके पास मेरी गारंटी है, और मैं राष्ट्रपति हूं।”
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि ट्रंप “अमेरिकी सैनिकों को न भेजने” के पक्ष में दृढ़ हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा गारंटी को लेकर बातचीत जारी है और अमेरिका अपने यूरोपीय सहयोगियों तथा यूक्रेन के साथ मिलकर ऐसे विकल्पों पर विचार कर रहा है जिससे रूस को आक्रमण करने से रोका जा सके।
इस दौरान ट्रंप ने दोहराया कि उनके कार्यकाल में यूक्रेन नाटो का हिस्सा नहीं बनेगा, लेकिन फिर भी उसे सुरक्षा गारंटी दी जाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि इस दिशा में फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे यूरोपीय देश अपनी सैनिक तैनाती या संसाधन उपलब्ध कराने पर विचार कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि रूस की आक्रामकता से निपटने में यूरोप ही “पहली रक्षा पंक्ति” है, और अमेरिका सहयोगी भूमिका में रहेगा।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
