
कबीरधाम, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । कबीरधाम जिले की पुलिस ने मंगलवार को एक बड़े वित्तीय घोटाले का खुलासा करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह आरोपित निवेशकों को ऊंचा ब्याज और मूल राशि लौटाने का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके थे।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंहका कहना है कि, आरोपितों के खिलाफ विभिन्न जिलों में शिकायतें दर्ज थीं और लंबे समय से इनकी तलाश की जा रही थी। ऐसे खुला ठगी का मामला यह मामला अक्टूबर 2024 का है। कवर्धा निवासी शिव सोनी ने थाना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि, डिप्धुर्वे ब्रदर्स कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड / निवेश किंग नामक कंपनी के संचालकों ने निवेशकों को झूठे वादों से फंसाकर उनकी रकम हड़प ली। शिकायत में कंपनी के संचालक धर्मेश धुर्वे (35 वर्ष ), यतीन्द्र धुर्वे (29वर्ष ) और नारायण प्रसाद धुर्वे (56वर्ष ), निवासी मठपारा कवर्धा पर गंभीर आरोप लगाए गए। आरोपितों ने निवेशकों को 10 प्रतिशत प्रतिमाह लाभांश और एक वर्ष बाद मूल राशि लौटाने का प्रलोभन दिया था। लेकिन तय समय पर न तो ब्याज दिया गया और न ही मूल राशि लौटाई गई। धीरे-धीरे जब निवेशकों को धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो मामला पुलिस तक पहुंचा।
शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर आरोपितों की तलाश शुरू की। पुलिस ने आरोपितों के बैंक खातों और लेन-देन की गहन जांच की। साथ ही, उनके ठिकानों और परिचितों पर दबिश दी गई। 19 अगस्त 2025 को लगातार प्रयासों के बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली और तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे। इनमें ठगी की रकम से खरीदी गई जमीनों और लग्जरी गाड़ियों के दस्तावेज शामिल हैं। आरोपितों ने बिलासपुर में 57 लाख की जमीन, कवर्धा में 1 करोड़ 10 लाख की भूमि खरीदी थी। इसके अलावा टाटा हैरियर और अर्टिगा जैसी महंगी गाड़ियां भी ठगी की रकम से ली गई थीं।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि, जांच में अब तक यह सामने आया है कि कबीरधाम जिले में ही करीब 1 करोड़ 39 लाख रुपये की ठगी की गई। वहीं पूरे छत्तीसगढ़ में इस घोटाले की रकम 50 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। पुलिस का अनुमान है कि ठगी का शिकार हुए निवेशकों की संख्या सैकड़ों में है। यह कार्रवाई कई जिलों में लगातार छापेमारी और साइबर जांच के बाद संभव हो पाई।
(Udaipur Kiran) / गायत्री प्रसाद धीवर
