
शिमला, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्षी दल भाजपा ने भारी हंगामा किया। एक घण्टे के भीतर विपक्षी सदस्य तीन बार सदन से बाहर गए और बार-बार सरकार को घेरने की कोशिश की। विपक्ष के शोरशराबे के कारण विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने सबसे पहले हिमकेयर योजना पर असंतोष जताया। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल के जवाब से नाराज होकर विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। कुछ समय बाद वे वापस लौटे लेकिन स्थिति शांत नहीं हुई।
इसके बाद राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्वाइंट ऑफ ऑर्डर के तहत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर आरोप लगाए कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने व्यवस्था को बिगाड़ा और संवैधानिक पदों पर मनमाने ढंग से नियुक्तियां कीं। इस टिप्पणी से नाराज विपक्षी सदस्य अपनी-अपनी सीटों पर खड़े होकर जोरदार नारेबाजी करने लगे और वाकआउट कर गए।
शून्यकाल शुरू होने पर विधायक केवल सिंह पठानिया ने अपना मामला उठाना चाहा लेकिन विपक्षी सदस्य फिर से शोर मचाने लगे। रणधीर शर्मा को प्वाइंट ऑफ ऑर्डर पर बोलने का अवसर मिला। लेकिन बाद में उनकी बात कार्यवाही से हटा दी गई। इस बीच माहौल इतना गर्म हो गया कि अध्यक्ष को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अध्यक्ष से आग्रह किया कि राजस्व मंत्री को अपनी बात स्पष्ट करने का अवसर दिया जाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष यदि बार-बार वाकआउट करेगा तो सरकार की कार्यप्रणाली प्रभावित नहीं होगी। अध्यक्ष ने विपक्ष को शांत कराने की कोशिश की लेकिन असंतुष्ट विपक्ष फिर से नारेबाजी करता हुआ सदन से बाहर चला गया।
विपक्ष के लगातार हंगामे और वाकआउट पर संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और विपक्ष के रुख को गलत बताया।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
