
गुवाहाटी, 19 अगस्त (Udaipur Kiran) । असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने मंगलवार को डॉ. बी बरुवा कैंसर संस्थान (बीबीसीआई), गुवाहाटी में दो महत्वपूर्ण सुविधाओं—ट्रूबिम लीनियर एक्सेलेरेटर (लिनैक) रेडियोथेरेपी मशीन और ई-ऑफिस सुविधा का उद्घाटन किया। बीबीसीआई, भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के अधीन एक प्रमुख कैंसर देखभाल केंद्र है।
नवस्थापित लीनियर एक्सेलेरेटर रेडियोथेरेपी मशीन से पूर्वोत्तर में कैंसर उपचार को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है। यह अत्याधुनिक तकनीक कैंसर रोगियों को अधिक सटीक और लक्षित विकिरण चिकित्सा उपलब्ध कराएगी, जिससे उपचार परिणाम बेहतर होंगे और दुष्प्रभाव भी कम होंगे।
ई-ऑफिस सुविधा के शुभारंभ से बीबीसीआई में कार्यालय प्रबंधन अधिक पारदर्शी, व्यवस्थित और दक्ष बनेगा, जिससे मरीजों और अन्य हितधारकों को लाभ होगा।
राज्यपाल आचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि नई रेडियोथेरेपी मशीन कैंसर मरीजों के लिए उन्नत उपचार विकल्प उपलब्ध कराएगी, वहीं ई-ऑफिस संस्थान की पारदर्शिता और दक्षता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज स्वास्थ्य क्षेत्र सटीक चिकित्सा, एआई आधारित डायग्नोस्टिक्स और व्यक्तिगत चिकित्सा पद्धति की ओर अग्रसर है और यह नई सुविधा पूर्वोत्तर के मरीजों के लिए अत्याधुनिक विकिरण चिकित्सा का जीवंत उदाहरण है।
उन्होंने बीबीसीआई की शोध और शिक्षा में भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि यह विकसित भारत 2047 के विजन के अनुरूप भारत की ज्ञान-आधारित और सेवा-उन्मुख स्वास्थ्य प्रणाली की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए परिवर्तनकारी कार्यों का भी उल्लेख किया और आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र, राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन, मोबाइल मेडिकल यूनिट, टीबी मुक्त भारत और नशा मुक्त भारत जैसी पहल को सभी के लिए समावेशी स्वास्थ्य कवरेज और कल्याण सुनिश्चित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।
कार्यक्रम में श्रीमंत शंकरदेव स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ध्रुब ज्योति बोरा, बीबीसीआई निदेशक डॉ. बीबी बरठाकुर, असम चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. अनुप कुमार बर्मन, एम्स गुवाहाटी के कार्यकारी निदेशक प्रो. अशोक पुराणिक और प्राग्ज्योतिषपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के प्राचार्य डॉ. बसंत कुमार बैश्य सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
