
रांची, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के जनता दरबार में सोमवार को एक संवेदनशील नजारा देखने को मिला। नामकुम की शांति देवी अपने दिव्यांग बेटे अंकित को लेकर जैसे ही पहुंचीं, डीसी ने तत्काल निर्देश देकर बच्चे के लिए ट्राईसाइकिल उपलब्ध करा दी। शांति देवी ने बताया कि उनके पति दिहाड़ी मजदूर हैं और बरसात के कारण काम नहीं मिल पा रहा है। उन्हें न तो किसी योजना का लाभ मिला है और न ही मंईयां सम्मान योजना का आवेदन कर पाई हैं। डीसी ने मौके पर ही उनके बेटे के लिए दिव्यांग पेंशन और उनके लिए मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया।
जनता दरबार में बड़ी संख्या में फरियादी पहुंचे, जिन्होंने जमीन विवाद, पेंशन, राशन, शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से संबंधित समस्याएं रखीं। उपायुक्त ने हर शिकायत को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित समाधान का निर्देश दिया। एक युवक, जिसने रेल हादसे में अपने दोनों पैर गंवा दिए थे, पीला कार्ड की मांग लेकर आया। डीसी ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को उसका तत्काल ऑनलाइन आवेदन कराने का आदेश दिया।भूमि विवाद मामलों में डीसी ने सीधे अंचलाधिकारियों से फोन पर जानकारी ली और पारदर्शी निष्पादन सुनिश्चित करने को कहा। वहीं नामकुम अंचल की संगीता देवी की फरियाद पर लापरवाह कर्मचारी की पुष्टि होते ही उन्होंने उसके खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया।मौके पर उपायुक्त ने कहा कि जनता दरबार नागरिकों को प्रशासन से सीधा संवाद और पारदर्शी समाधान का अवसर देता है। हर मामले का निपटारा प्राथमिकता और समयबद्ध ढंग से किया जाएगा। इस अवसर पर अन्य कई फरियादियों की दास्तां सुनी और लोगों की समस्याओं को सुलझाने की दिशा में कार्रवाई की गई। इस अवसर पर कई पदाधिकारी कर्मी मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
