
नई दिल्ली, 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । अडानी समूह ने दीमा हसाओ में सीमेंट संयंत्र के लिए 3000 बीघा जमीन आवंटित करने की खबरों को निराधार बताया है। कंपनी ने एक बयान जारी कर मीडिया में चल रही इन खबरों को खारिज किया है।
अडानी समूह के प्रवक्ता ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि हमारे संज्ञान में आया है कि कुछ समाचार रिपोर्ट, सोशल मीडिया पोस्ट और अदालती सुनवाई के क्लिप प्रसारित किए जा रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि असम सरकार ने दीमा हसाओ में अडानी समूह को सीमेंट संयंत्र के लिए 3000 बीघा जमीन आवंटित की है।
प्रवक्ता ने कहा कि हम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि ये रिपोर्ट और संदर्भ निराधार, झूठे और भ्रामक हैं। अडाणी का नाम महाबल सीमेंट से जोड़ना शरारतपूर्ण है। महाबल सीमेंट किसी भी तरह से अडानी समूह से संबंधित, स्वामित्व वाली या जुड़ी हुई नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि हम मीडिया, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और जनता से आग्रह करते हैं कि वे ऐसे दावे करने या साझा करने से पहले तथ्यों की पुष्टि कर लें। क्योंकि, असत्यापित और भ्रामक सामग्री का प्रसार न केवल जनता को गलत जानकारी देता है, बल्कि अनावश्यक भ्रम भी पैदा करता है।”
उल्लेखनीय है कि कुछ सोशल मीडिया यूजर्स और समाचार पत्र में दावा किया गया है कि असम सरकार ने अडानी समूह को सीमेंट फैक्ट्री बनाने के लिए इतनी जमीन दी है, लेकिन अडानी समूह ने इन खबरों को एक बयान जारी कर खारिज कर दिया है।
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(Udaipur Kiran) / प्रजेश शंकर
