Jammu & Kashmir

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, जीएमसी में घायलों का हालचाल जाना

BJP State President Sat Sharma visited the flood affected areas, enquired about the condition of the injured in GMC

कठुआ 18 अगस्त (Udaipur Kiran) । कठुआ जिले के जोड (जखोल) और बागड़ा (जंगलोट) इलाकों में रविवार तड़के आई आपदा के बाद जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए कठुआ शहर के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ जसरोटा विधायक कठुआ विधायक सहित अन्य भाजपा नेता भी उपस्थित रहे।

प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से चल रहे बचाव और राहत कार्यों की निगरानी की। इससे पहले शर्मा ने जीएमसी कठुआ का दौरा कर घायलों का हालचाल जाना। प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने घायलों और उनके परिजनों को जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। बाद में शर्मा ने कठुआ शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। जिसमें मुख्य कठुआ का आईटीआई मार्ग और वार्ड नंबर 7 शामिल था। वार्ड नंबर सात के स्थानीय लोगों के साथ मुलाकात कर उनका हाल जाना। वहीं वार्ड के स्थानीय लोगों ने बताया कि अभी तक जिला प्रशासन की ओर से उन्हें किसी प्रकार की राहत नहीं दी गई है, जिसके बाद शर्मा ने जिला अधिकारियों को फोन कर प्रभावित लोगों को तत्काल राहत एवं पुनर्वास उपाय सुनिश्चित करने के साथ-साथ ऐसी आपातकालीन स्थितियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी संबंधित विभागों को अपील की। वहीं बाद में विधायक जसरोटिया के साथ सड़क संपर्क टूटने के कारण घाटी जोध में बादल फटने से प्रभावित क्षेत्र का भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर से दौरा किया। प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ राहत कार्यों की समीक्षा की। जम्मू.कश्मीर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री सत शर्मा जी भी साथ थे। शर्मा ने बताया कि शनिवार देर रात हुई इस घटना से भूस्खलन, अचानक बाढ़ और बड़े पैमाने पर व्यवधान उत्पन्न हुआ, जिससे व्यापक विनाश और अराजकता फैल गई। बादल फटने से कई जगहों तक की पहुँच बाधित हो गई, जहाँ बाढ़ का पानी घरों और खेतों में घुस गया। शर्मा ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि बचाव और राहत अभियान पूरी गति और कुशलता से चलाए जाएँ। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएँ प्रभावित परिवारों के साथ हैं और हर संभव सहायता सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने भविष्य में ऐसी आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए दीर्घकालिक उपायों की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

—————

(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया

Most Popular

To Top