धर्मशाला, 17 अगस्त (Udaipur Kiran) । स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री द्वारा पेंशनरों और कर्मचारियों को कोई मंहगाई भत्ते सहित अन्य लंबित संशोधित वित्तीय लाभों की घोषणा नही किए जाने से इन वर्गों ने सरकार के प्रति अपनी नराजगी प्रकट की है। रविवार को जारी एक सयुंक्त प्रेस बयान में पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर और महासचिव भूप राम वर्मा ने सरकार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने पेंशनरों की देनदारियां 20 सितम्बर से पहले देने की घोषणा नहीं की तो प्रदेश के पेंशनर्स सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में सड़कों पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करेंगे।
सुरेश ठाकुर ने बताया कि वह हिमाचल प्रदेश पेंशनर्स सयुंक्त सघर्ष समिति के भी प्रदेश के अध्यक्ष हैं और संघर्ष समति के 15 सगठनों की बैठक भी 10 दिन के भीतर बुलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार पूरी तरह से पेंशनर्स और कर्मचारी विरोधी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बीते 15 अप्रैल, 2025 को देहरा में तीन प्रतिशत मंहगाई भत्ता कर्मचारियों और पेंशनरों को देने की घोषणा की थी परन्तु आज दिन तक न तो मंहगाई भत्ता दिया और न ही बाकी मंहगाई भता देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री की कथनी और करनी में ही फर्क है।
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर मंत्रियों व विधायकों के वेतन भत्तों में बेतहाशा वृद्धि की गई लेकिन कर्मचारियों और पेंशनर्स के वित्तीय लाभ देने में आनाकानी की जा रही है जिसे कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
