
लखनऊ, 16 अगस्त (हि स)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सामान्य परिवार में जन्मे अटल जी ने कर्म पर विश्वास करते हुए राजनीति को सेवा का माध्यम बनाकर जीवन के विभिन्न पक्षों को नेतृत्व प्रदान किया था। जिस भी क्षेत्र में अटल जी की दखल हुईं, उसमें उत्कृष्टतम कार्य करते हुए नयापन करके दिखाया। यूपी का सौभाग्य है कि आगरा का बटेश्वर उनकी पैतृक भूमि है। उन्होंने कानपुर में उच्च शिक्षा ग्रहण की और बलरामपुर से राजनीतिक पारी की शुरुआत की। हमारी सरकार उनके नाम पर वहां मेडिकल कॉलेज का निर्माण कर रही है। सीएम ने कार्यकर्ताओं के समक्ष विश्वास जताया कि जनसंघ व भाजपा के संस्थापकों ने जिन मूल्यों व आदर्शों के लिए सेवा और राष्ट्रीयता के भाव को सर्वोच्च मानते हुए राजनीति को सेवा के जिस अभिन्न हिस्से के रूप में स्वीकार किया, उसे हम सभी व्रत मानेंगे।
सीएम योगी शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी की सातवीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा व काव्य समागम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया। अतिथियों ने ‘अतुलनीय अटल जी’ पुस्तक का विमोचन किया। कवि पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा ने काव्य पाठ प्रस्तुत किया। सीएम योगी ने अपने संबोधन में अटल जी की कविता का जिक्र किया।
हमारी सरकार ने उस तबके को स्पर्श किया, जिनके प्रति अटल जी की संवेदना थीसीएम योगी ने कहा कि अटल जी ने पांच बार लखनऊ से संसद में प्रवेश किया। 10 बार लोकसभा, दो बार राज्यसभा के सदस्य और तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में देश को यशस्वी नेतृत्व प्रदान किया। हमारी सरकार ने उस तबके को टच किया, जिनके प्रति अटल जी की संवेदना थी। श्रमिकों, निराश्रित बच्चों के लिए सभी 18 मंडल में अटल आवासीय विद्यालय बनकर तैयार हो चुके हैं। श्रमिकों के 18,000 बच्चे यहां अत्याधुनिक सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। एक ही कैंपस में सभी सुविधाएं हैं। सीएम ने उपस्थित लोगों से कहा कि यदि शिक्षा का मॉडल यदि देखना है तो अटल आवासीय विद्यालय लखनऊ में जाकर देखिए।
ब्रिटेन जाने वाले विद्यार्थियों को अटल जी के नाम पर स्कॉलरशिप सीएम योगी ने कहा कि अटल जी की स्मृतियों को बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। यूपी कैबिनेट ने हाल में निर्णय लिया है कि उच्च शिक्षा के लिए हर साल पांच छात्र ब्रिटेन जाएंगे। उसकी आधी स्कॉलरशिप वहां की और आधा यूपी सरकार देगी। यह स्कॉलरशिप अटल जी के नाम पर समर्पित है। यह वर्ष अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष भी है। पूरे वर्ष भर अलग-अलग स्थानों पर अनेक कार्यक्रम भी चल रहे हैं।।
जिन मुद्दों को लेकर भाजपा बढ़ी, उसे पूरा कियासीएम ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने कर्म की प्रेरणा दी। यह केवल भारत में हो सकता है कि युद्धभूमि में धर्मोपदेश के माध्यम से योद्धा को कर्म की प्रेरणा दी जा रही है। अटल जी ने भी अपनी कविताओं के माध्यम से प्रेरणा दी। जिन मुद्दों को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी कार्य करते हुए उसे क्रियान्वित कर रही है, उसे लेकर लोग हंसते थे कि क्या यह हो पाएगा। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नारा दिया कि एक देश में दो प्रधान, दो निशान और दो विधान नहीं चलेंगे, लेकिन जब हम एक स्वर में एक भाव के साथ एकजुट होकर अभियान चलाते हैं तो पीएम मोदी के नेतृत्व में धारा-370 समाप्त हो गई। जब भारत के मूल्यों व आदर्शों की बात राजनीति में करने के बारे में जनसंघ व भाजपा ने मुद्दे उठाए थे,तब लोग हंसते थे। 1989 में अपने अधिवेशन में भाजपा ने जब राम जन्मभूमि का मुद्दा उठाया तो लोग कहते थे कि मुद्दे से भटक गई है, लेकिन नेतृत्व पीछे नहीं हटा, लगातार लड़ता रहा। परिणाम आया तो 500 वर्ष बाद भव्य राममंदिर का निर्माण हुआ।
कार्यक्रम संयोजक उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अतिथियों का स्वागत किया।
इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, अमरपाल मौर्य, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, ओमप्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, रामचंद्र प्रधान, उमेश द्विवेदी, पवन सिंह चौहान, गोविंद नारायण शुक्ल, मुकेश शर्मा, लालजी प्रसाद निर्मल, इंजी. अवनीश सिंह, विधायक जयदेवी, अमरेश कुमार उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
