HimachalPradesh

तिरंगा हाथ में थामे पूर्व सैनिक की मौत, तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे मसयाणी के हेत राम

हृदयाघात होने से पहले तिरंगा यात्रा के दौरान हाथ में तिरंगा थामे हुए

मंडी, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । जवानी देश सेवा के नाम कर दी और जब जीवन का अंत आया तो भी देश का तिरंगा हाथ में ही थामे भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे। जी हां ऐसा ही हुआ स्वाधीनता दिवस के मौके पर मंडी जिले के सरकाघाट उपमंडल के उप तहसील मुख्यालय ढलवान में। देश भक्तों ने स्वाधीनता दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा निकालने का निर्णय लिया। इसमें पूर्व सैनिक 70 वर्षीय हेत राम गांव मस्याणी अगुवा बने थे। ढलवान बाजार से लेकर पंचायत घर तक यह तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी।

बारिश के बीच हाथों में तिरंगा और छाता थामे पूर्व सैनिक व स्थानीय लोग भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे। साथ चल रह रहे सेवानिवृत सूबेदार बेसर सिंह व ईश्वर दास के अनुसार हेत राम अचानक उनके उपर आ गिरा। यह करीब 11 बजे की बात है जब इस क्षेत्र में भारी बारिश हो रही थी। जैसे ही हेत राम को चक्कर आया तो एकदम से उन्हें उठाया गया और तुरंत एक गाड़ी में डाल कर उन्हें भांबला के आस्था अस्पताल में पहुंचाया गया मगर तब तक उनके प्राण जा चुके थे। हेत राम का एक बेटा बलबिंदर सिंह है और वह भी सेना से ही रिटायर हुआ है। हेत राम 24 साल पहले सेना से रिटायर हुए थे। जिंदगी में भी तिरंगे के साथ रहे और अंत समय में भी तिरंगे ही थामे हुए थे। उनके निधन से जहां पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई वहीं इस घटनाक्रम को लेकर चर्चा भी बहुत है।

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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा

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